
भोपाल। सेवानिवृत्त अर्द्धशासकीय अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन के महासचिव अरुण वर्मा ने ईपीएस-95 पेंशनर्स के साथ हो रहे भेदभाव पर कड़ा विरोध जताया है। उन्होंने कहा कि ईपीएफओ द्वारा हायर पेंशन का लाभ न देना न केवल अन्यायपूर्ण है बल्कि यह पेंशनर्स के मौलिक अधिकारों का हनन भी है। अरुण वर्मा ने बताया कि पेंशनर्स के पूर्ण वेतन से वर्षों तक राशि काटकर भविष्य निधि में जमा की गई, बावजूद इसके उन्हें न्यूनतम 1000 रुपए और अधिकतम 3000 रूपये पेंशन दी जा रही है। यह स्थिति मानवीय दृष्टि से भी उचित नहीं कही जा सकती। उन्होंने सवाल उठाया कि जब सांसदों और विधायकों को एक से अधिक पेंशन का भुगतान किया जा सकता है, तो 30-40 साल तक सेवा देने वाले ईपीएस -95 पेंशनर्स को इतनी अल्प राशि क्यों दी जा रही है?
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि हायर पेंशन से वंचित EPS-95 पेंशनर्स को तुरंत न्याय दिया जाए। साथ ही, जिनका वेतन से कटौती कर PF में जमा हुआ है, उन्हें हायर पेंशन का लाभ मिले और अन्य वंचित पेंशनर्स को कम से कम 7500 रुपए मासिक पेंशन + डीए का भुगतान सुनिश्चित किया जाए।