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प्लास्टिक अपशिष्ट का रिसाइक्लिंग कर रोजगार और पर्यावरण संरक्षण को मिल रही नई दिशा

अपशिष्ट से उपयोगी उत्पाद बनाना अति आवश्यक कदम ; निगम आयुक्त

भोपाल । प्लास्टिक अपशिष्ट को रिसाइक्लिंग के माध्यम से उपयोगी उत्पादों में परिवर्तित करना न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी सृजित हो रहे हैं। यह बात नगर निगम भोपाल की आयुक्त  संस्कृति जैन ने नेस्ले इंडिया एवं टेराफॉर्म एजेंसी के प्रतिनिधियों से चर्चा के दौरान कही।निगम आयुक्त कार्यालय में आयोजित इस भेंट के दौरान नेस्ले इंडिया और टेराफॉर्म एजेंसी के अधिकारियों ने आदमपुर छावनी में संचालित प्लास्टिक रिसाइक्लिंग प्लांट की कार्यप्रणाली, उपलब्ध क्षमताओं और भविष्य की योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी।
प्लास्टिक वेस्ट से रोजगार और पर्यावरण संरक्षण पर फोकस

निगम आयुक्त श्रीमती संस्कृति जैन ने कहा कि प्लास्टिक वेस्ट को केवल नष्ट करना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि उसे रिसाइक्लिंग के जरिए उपयोगी उत्पादों में बदलना, रोजगार उपलब्ध कराना और कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में कमी लाना समय की आवश्यकता है। उन्होंने निर्देश दिए कि प्लास्टिक रिसाइक्लिंग प्लांट को उसकी पूर्ण क्षमता के साथ संचालित किया जाए, जिससे अधिक से अधिक अपशिष्ट का वैज्ञानिक निष्पादन हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि कई संस्थाएं पर्यावरण संरक्षण को सामाजिक दायित्व मानते हुए प्लास्टिक अपशिष्ट को रोजगार के संसाधन के रूप में विकसित कर रही हैं।

नेस्ले इंडिया और टेराफॉर्म की पहल

प्रतिनिधि मंडल में नेस्ले इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध संचालक श्री मनीष तिवारी, टेराफॉर्म एजेंसी के संचालक श्री राहुल चौधरी, श्री हिम्मत सिंह एवं सिनग्धा बैरी सहित अन्य अधिकारी शामिल रहे। प्रतिनिधियों ने बताया कि नेस्ले इंडिया द्वारा रिक्रान पैनल्स (Recycled Panels) के माध्यम से प्लास्टिक रिसाइक्लिंग की जा रही है, जिससे न केवल अपशिष्ट का पुन: उपयोग हो रहा है, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार और कार्बन फुटप्रिंट में कमी भी सुनिश्चित की जा रही है।

नगर निगम का सहयोग

नगर निगम भोपाल द्वारा पर्यावरण संरक्षण और प्लास्टिक अपशिष्ट के बेहतर प्रबंधन को ध्यान में रखते हुए आदमपुर छावनी में टेराफॉर्म एजेंसी को 02 एकड़ भूमि प्लास्टिक रिसाइक्लिंग प्लांट संचालन हेतु उपलब्ध कराई गई है। यह पहल नगर निगम की सतत विकास और स्वच्छ शहर की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

पर्यावरण और रोजगार, दोनों को लाभ

निगम आयुक्त संस्कृति जैन ने कहा कि प्लास्टिक अपशिष्ट से उपयोगी उत्पादों का निर्माण प्रकृति और पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम है। इस तरह की परियोजनाएं भोपाल को ग्रीन सिटी और सस्टेनेबल अर्बन मॉडल की ओर ले जाने में मील का पत्थर साबित होंगी।

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