भोपाल रेलवे स्टेशन पर रेलकर्मियों की तत्परता से बची एक जान, संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के आगमन पर हुई आपात स्थिति

भोपाल, । भोपाल रेलवे स्टेशन पर एक बेहद संवेदनशील और जीवनरक्षक घटना घटी, जब चलती ट्रेन में चढ़ने का प्रयास कर रहे हाउसकीपिंग स्टाफ के एक सदस्य का संतुलन बिगड़ गया और वे 22686 चंडीगढ़–यशवंतपुर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के एसी कोच और प्लेटफॉर्म के बीच गिर पड़े। इस आपात स्थिति में रेलवे कर्मचारियों की त्वरित कार्रवाई से उनकी जान बचाई जा सकी।
चलती ट्रेन में चढ़ने के प्रयास में हुआ हादसा
दिनांक 17 मई 2025, शाम 7:05 बजे, जब संपर्क क्रांति एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर प्रवेश कर रही थी, उसी दौरान ऑन बोर्ड हाउसकीपिंग स्टाफ (OBHS) के सदस्य श्री सुगंधी लाल (उम्र 35 वर्ष) ट्रेन की सफाई के लिए एसी कोच में चढ़ने का प्रयास कर रहे थे। दुर्भाग्यवश, उनका पैर फिसल गया और वे कोच तथा प्लेटफॉर्म के बीच की खाई में गिर गए। उनके सिर, कमर और पैरों में गंभीर चोटें आईं और वे बेहोश हो गए।
रेलकर्मियों की सजगता और समन्वय ने बचाई जान
घटना को ड्यूटी पर तैनात मुख्य टिकट निरीक्षक (CTI) श्री राघवदास ने तुरंत देखा और इसकी सूचना उप स्टेशन प्रबंधक (वाणिज्य) श्री आनंद कृष्ण मिश्रा को दी। श्री मिश्रा ने तत्परता दिखाते हुए न सिर्फ आपातकालीन चिकित्सा कक्ष से डॉ. नूर हसन को मौके पर बुलाया, बल्कि रेलवे अस्पताल से एम्बुलेंस की व्यवस्था भी तुरंत की।
घायल कर्मी को सावधानीपूर्वक बाहर निकाला गया। इस दौरान उप स्टेशन प्रबंधक (परिचालन) और नियंत्रण कक्ष को सूचित कर ट्रेन को रोका गया, जिससे बचाव कार्य बाधित न हो। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें स्ट्रेचर के माध्यम से रेलवे अस्पताल भेजा गया, जहाँ उनका उपचार जारी है।
रेल प्रशासन ने की कर्मचारियों की सराहना
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री सौरभ कटारिया ने घटना के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि भोपाल मंडल के रेलकर्मियों ने सजगता, मानवीयता और कार्यकुशलता का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है। उन्होंने ड्यूटी पर तैनात सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की त्वरित प्रतिक्रिया की सराहना करते हुए कहा कि उनकी सतर्कता से एक बहुमूल्य जीवन की रक्षा संभव हो सकी।
रेलवे सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण सीख
इस घटना ने एक बार फिर साबित किया है कि रेलवे स्टाफ की तत्परता और आपात प्रबंधन व्यवस्था समय पर क्रियान्वित होने पर किसी भी दुर्घटना को टाला जा सकता है। साथ ही, यह भी ज़रूरी है कि सफाई कर्मी या अन्य स्टाफ चलती ट्रेन में चढ़ने से परहेज करें और सुरक्षा नियमों का पालन करें।





