एम्स भोपाल की डॉ. उज्ज्वल खुराना ने इंटरनेशनल कांग्रेस ऑफ साइटोलॉजी 2025 में भारत का किया प्रतिनिधित्व, ट्यूबरकुलोसिस निदान पर दिया शोध व्याख्यान

भोपाल। एम्स भोपाल की एडिशनल प्रोफेसर डॉ. उज्ज्वल खुराना ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत और संस्थान का गौरव बढ़ाते हुए 22वें इंटरनेशनल कांग्रेस ऑफ साइटोलॉजी 2025 में भाग लिया। यह प्रतिष्ठित सम्मेलन 11 से 15 मई 2025 के बीच फ्लोरेंस, इटली के Fortezza da Basso में आयोजित हुआ। इस मंच पर दुनियाभर के सेल बायोलॉजी और रोग निदान क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों ने भाग लिया।
डॉ. उज्ज्वल खुराना को इस सम्मेलन में “ट्यूबरकुलस लिम्फैडेनाइटिस के आणविक निदान में फाइन नीडल एस्पिरेशन का मूल्यांकन” विषय पर मौखिक प्रस्तुति के लिए आमंत्रित किया गया था। यह सत्र सिर और गर्दन संक्रमण रोग खंड के अंतर्गत हुआ जिसकी अध्यक्षता इमाकोलाटा कोज़ोलिनो (इटली) और डॉ. जुबैर बलूच (यूएसए) ने की।
भारत के लिए एक शोधात्मक उपलब्धि
यह शोध कार्य एम्स भोपाल के पैथोलॉजी और लैब मेडिसिन विभाग तथा माइक्रोबायोलॉजी विभाग के सहयोग से संपन्न हुआ। एलओपी (Letter of Permission) से अनुमोदित इस अध्ययन में डॉ. उज्ज्वल खुराना के साथ शामिल थे:
डॉ. रिमझिम रस्तोगी
डॉ. आनंद कुमार मौर्य
प्रो. (डॉ.) अलकेश कुमार खुराना
प्रो. (डॉ.) वैशाली वाल्के
सुश्री अंतिशा तिवारी
शोध का उद्देश्य और प्रभाव
डॉ. खुराना ने अपने शोध में बताया कि उन्होंने आर्काइवल एफएनएसी स्लाइड्स से डीएनए निष्कर्षण, डीएनए मात्रात्मक विश्लेषण, और एचएसपी 65 एवं आईएस6110 प्राइमर्स की मदद से न्यूक्लिक एसिड प्रवर्धन कर ट्यूबरकुलोसिस के आणविक निदान की एक नई विधि विकसित की। यह तरीका CBNAAT टेस्ट के तुलनीय परिणाम देता है, जिससे पुराने सैंपल्स पर भी सटीक जांच संभव हो पाती है। इससे ग्रामीण और सीमित संसाधनों वाले क्षेत्रों में टीबी के निदान में क्रांति लाई जा सकती है।
एम्स भोपाल की ओर से प्रेरणास्रोत निदेशक का संदेश
एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने डॉ. उज्ज्वल खुराना और उनकी टीम को बधाई देते हुए कहा,
> “यह उपलब्धि एम्स भोपाल की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ती पहचान, अनुसंधान की उत्कृष्टता और विभागों के बीच संपर्क-संवाद की ताकत को दर्शाती है।”
प्रो. सिंह ने बताया कि संस्थान में लगातार अकादमिक और शोध-संबंधी वातावरण को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे एम्स भोपाल देश के अग्रणी चिकित्सा संस्थानों में अपनी मजबूत पहचान स्थापित कर रहा है।
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सारांश:
एम्स भोपाल की डॉ. उज्ज्वल खुराना द्वारा अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व न केवल संस्थान बल्कि देश के मेडिकल रिसर्च क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह शोध कार्य टीबी जैसी गंभीर बीमारी के निदान को और अधिक सरल, किफायती और प्रभावी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।





