एम्स भोपाल की डॉ. प्रियंका को डीओएसकॉन 2025 में सर्वश्रेष्ठ फ्री पेपर अवॉर्ड नेत्र विज्ञान में संस्थान को मिली राष्ट्रीय पहचान

एम्स भोपाल ने एक बार फिर चिकित्सा अनुसंधान के क्षेत्र में मध्यप्रदेश का गौरव बढ़ाया है। संस्थान की नेत्र रोग विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. प्रियंका को प्रतिष्ठित Delhi Ophthalmological Society (डीओएसकॉन) 2025 सम्मेलन में ‘सर्वश्रेष्ठ फ्री पेपर अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया है।
भोपाल। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स भोपाल) ने चिकित्सा अनुसंधान और शिक्षा के क्षेत्र में एक और उपलब्धि हासिल की है। संस्थान की नेत्र रोग विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. प्रियंका को दिल्ली में आयोजित डीओएसकॉन 2025 (Delhi Ophthalmological Society Conference) में यूविया सत्र के दौरान सर्वश्रेष्ठ फ्री पेपर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
यह सम्मान डॉ. प्रियंका के उत्कृष्ट शोध कार्य और शैक्षणिक योगदान के लिए दिया गया है, जिसने नेत्र विज्ञान (Ophthalmology) के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है। उनके शोध ने न केवल आंखों की बीमारियों के उपचार में नई संभावनाएं प्रस्तुत की हैं, बल्कि देशभर के युवा चिकित्सकों के लिए प्रेरणा स्रोत भी बना है।
नेत्र रोग विभागाध्यक्ष प्रो. भावना शर्मा ने कहा कि यह सम्मान विभाग की सामूहिक प्रतिबद्धता, शोध उत्कृष्टता और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का परिणाम है। उन्होंने बताया कि एम्स भोपाल का नेत्र विभाग अंतरराष्ट्रीय स्तर के शोध मानकों को अपनाने और नवीनतम तकनीकों के उपयोग के लिए निरंतर प्रयासरत है।
एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक एवं सीईओ प्रो. (डॉ.) माधवानन्द कर ने डॉ. प्रियंका को बधाई देते हुए कहा कि यह उपलब्धि एम्स भोपाल की शैक्षणिक गुणवत्ता, नवाचार और अनुसंधान क्षमता का प्रमाण है। ऐसे पुरस्कार संस्थान की राष्ट्रीय पहचान को और सशक्त बनाते हैं तथा युवा डॉक्टरों को उत्कृष्टता की दिशा में प्रेरित करते हैं।