डॉ. अरुण खोबरे का नाम लंदन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज: श्रीरामचरित मानस की सबसे बड़ी हस्तलिखित प्रति का गौरव

भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक और जनसंपर्क अधिकारी डॉ. अरुण कुमार खोबरे का नाम लंदन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हो गया है। उन्हें यह सम्मान विश्व की सबसे बड़ी हस्तलिखित श्रीरामचरित मानस लिखने के लिए दिया गया है। इस अवसर पर डॉ. खोबरे को प्रमाण पत्र, मेडल और ट्रॉफी प्रदान की गई।
डॉ. खोबरे, जो कवि, गीतकार और मीडिया गुरु के रूप में भी पहचाने जाते हैं, ने इस उपलब्धि को भगवान श्रीराम और हनुमानजी को समर्पित किया।
डॉ. खोबरे को मिल चुके हैं कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मान
डॉ. खोबरे को इससे पहले भी कई प्रतिष्ठित सम्मान प्राप्त हो चुके हैं, जिनमें इंटरनेशनल वंडर बुक ऑफ रिकॉर्ड, गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड, ओ.एम.जी बुक ऑफ रिकॉर्ड, भारत वर्ल्ड रिकॉर्ड, मैजिक बुक ऑफ रिकॉर्ड, रॉयल सक्सेस इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड, ग्लोबल गोल्ड टैलेंट बुक ऑफ रिकॉर्ड और एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी पर्सनैलिटी ऑफ वर्ल्ड जैसे नाम शामिल हैं। इसके अलावा, उन्हें इंडियन आइकॉन अवॉर्ड, इंडियन बेस्ट मीडिया टीचर अवॉर्ड, उत्कृष्ट मीडिया गुरु शिक्षक सम्मान, संतश्री भूरा भगत रत्न राष्ट्रीय सम्मान जैसे कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से भी नवाजा गया है।
“सदकर्म और उपलब्धियां ही अमर हैं”
डॉ. खोबरे ने अपनी इस उपलब्धि पर कहा, “पद, पैसा और पावर सदैव नहीं रहते, लेकिन सदकर्म और उपलब्धियां मरने के बाद भी संसार में जीवित रहती हैं।”
छिंदवाड़ा के छोटे से गांव से लेकर लंदन तक
मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के एक छोटे से गांव बदनूर में जन्मे डॉ. खोबरे की इस उपलब्धि पर उनके शुभचिंतकों ने उन्हें ढेरों बधाइयां और शुभकामनाएं दी हैं।