हेलीकॉप्टर मत भेजिए सांसद जी, सड़क बनवा दीजिए” — भाजपा सांसद के ‘उठवा लेंगे’ बयान पर लीला साहू का तीखा जवाब

मध्यप्रदेश । मध्यप्रदेश में भाजपा सांसद के “उठवा लेंगे” वाले बयान ने जहां राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है, वहीं आम जनता की ओर से भी तीखी प्रतिक्रियाएं आने लगी हैं। खासकर लीला साहू नाम की एक महिला ने जो जवाब दिया है, उसने सोशल मीडिया पर चर्चा को और गरमा दिया है।

क्या है पूरा मामला?

हाल ही में मध्यप्रदेश के एक भाजपा सांसद का वीडियो सामने आया, जिसमें वे नाराजगी जताते हुए कह रहे हैं — “उठवा लेंगे तुम्हें…”। यह बयान उन्होंने एक गांव की महिला की सड़क को लेकर शिकायत पर दिया था। बयान सामने आते ही राजनीतिक विवाद गहरा गया।

लीला साहू का जवाब: जनता का सीधा और सटीक संदेश

इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए लीला साहू नाम की एक स्थानीय महिला ने बेहद शांत लेकिन प्रभावी शब्दों में जवाब दिया “सांसद जी हमारे खातिर हेलीकॉप्टर भिजवाने की जरूरत नहीं है, क्योंकि हम ही सिर्फ गर्भवती नहीं हैं और भी हैं। सड़क टूटी है तो बच्चे भी स्कूल नहीं जा पाते…इसलिए आप हमें उठवाने की बजाय सड़क ही बनवा दीजिए।”

यह बयान न केवल सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, बल्कि लोगों ने इसे जनता की आवाज करार दिया है। लीला साहू ने यह स्पष्ट कर दिया कि मूलभूत सुविधाएं मांगना अपराध नहीं है, और जनप्रतिनिधियों का कर्तव्य है कि वे इन समस्याओं को दूर करें।

टूटी सड़कें, ठप पढ़ाई

गांव की मुख्य समस्या टूटी हुई सड़कें हैं। बरसात के मौसम में हालात और खराब हो जाते हैं। बच्चों को स्कूल जाने में दिक्कत होती है, गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाना मुश्किल हो जाता है, और गांव लगभग बाहरी दुनिया से कट जाता है।

हेलीकॉप्टर बनाम हकीकत

सांसद द्वारा ‘हेलीकॉप्टर’ भिजवाने की बात, एक प्रकार से तंज था, लेकिन लीला साहू ने उसी तंज को हकीकत की जमीन से जोड़ा और दिखाया कि जनता को दिखावे की नहीं, विकास की जरूरत है।

राजनीतिक प्रतिक्रिया और सवाल

इस घटनाक्रम के बाद विपक्षी दलों ने सांसद के बयान की आलोचना की है और भाजपा से जवाब मांगा है। जनता भी अब सवाल पूछ रही है कि जब बुनियादी समस्याओं पर सवाल उठाना ही अपराध बना दिया जाए, तो लोकतंत्र का क्या अर्थ रह जाता है?

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