भोपाल । मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा प्रदेशव्यापी नशा मुक्ति जन-जागरूकता अभियान ‘नशे से दूरी – है जरूरी’ की शुरुआत मंगलवार को पुलिस मुख्यालय भोपाल में हुई। अभियान का औपचारिक शुभारंभ पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाणा ने किया। इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के संदेश और अभियान के पोस्टर का विमोचन भी किया।
श्री मकवाणा ने अपने संबोधन में कहा कि यह अभियान प्रदेश में युवाओं और किशोरों को नशे के दुष्प्रभावों से बचाने की दिशा में एक संगठित प्रयास है। उन्होंने कहा,
“ड्रग्स एक ऐसा शब्द है जो अंधेरे, खोखले शरीर और टूटते परिवारों की कल्पना कराता है। यह सिर्फ एक व्यक्ति को नहीं, पूरे समाज को नुकसान पहुंचाता है। हमें मिलकर इसे रोकना है।”
मुख्यमंत्री का संदेश और अभियान की प्रेरणा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की प्रेरणा से यह 15 दिवसीय जन-जागरूकता अभियान 15 जुलाई से 30 जुलाई 2025 तक पूरे प्रदेश में चलाया जाएगा। इसका उद्देश्य मादक पदार्थों के खिलाफ जनमत तैयार करना, युवाओं को सचेत करना और सामाजिक सहभागिता के माध्यम से नशामुक्त मध्यप्रदेश की दिशा में ठोस कदम उठाना है।
बहुस्तरीय अभियान: हर वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित
इस अभियान में उच्च शिक्षा, स्कूल शिक्षा, सामाजिक न्याय, स्वास्थ्य, खेल, नगरीय विकास, तकनीकी शिक्षा विभाग, एनजीओ, धार्मिक संगठन और जनप्रतिनिधियों की सक्रिय भूमिका रहेगी।
प्रमुख सहभागी संस्थाओं में ब्रह्माकुमारी, गायत्री परिवार, आर्ट ऑफ लिविंग, हार्टफुलनेस, Alcoholics Anonymous और Narcotics Anonymous शामिल हैं।
प्रमुख जागरूकता गतिविधियाँ – डिजिटल से ग्राउंड तक की पकड़
इस अभियान के अंतर्गत राज्यभर में रोजाना जागरूकता कार्यक्रम होंगे:
- रेडियो, एफएम चैनलों और सोशल मीडिया पर प्रचार।
- पब्लिक ट्रांसपोर्ट, चौराहों और बस स्टैंड पर होर्डिंग्स, डिजिटल स्क्रीन।
- #नशे_से_दूरी_है_जरूरी, #SayNoToDrugs, #NashaMuktMP जैसे हैशटैग्स से डिजिटल अभियान।
- “सेल्फी प्वाइंट्स” और रिस्ट बैंड्स, कैप्स, बैजेस के वितरण।
- नुक्कड़ नाटक, गीत, पोस्टर, शॉर्ट फिल्म और रंगोली प्रतियोगिताएं।
छात्रों और युवाओं को जोड़ने के लिए नवाचार
- स्कूलों में “नशा मुक्त छात्रावास समितियाँ” बनाई जाएंगी।
- युवा संगम, ओजस क्लब और उमंग मॉड्यूल के माध्यम से छात्रों को जोड़ना।
- Manhit App के माध्यम से चिकित्सा परामर्श।
- मास्टर वॉलेंटियर्स द्वारा प्रेरणादायक संवाद।
हर दिन विशेष कार्यक्रम – 15 से 30 जुलाई तक की रूपरेखा
दिनांक प्रमुख गतिविधि 15 जुलाई अभियान का शुभारंभ, रैली, शपथ, पंपलेट वितरण 16-17 जुलाई स्कूल-कॉलेज में फिल्म, शपथ, गुमटियों पर निगरानी 18 जुलाई हॉटस्पॉट्स पर जागरूकता, पुनर्वास जानकारी 19 जुलाई ऑटो-बसों पर पोस्टर, नुक्कड़ नाटक 20 जुलाई मानव श्रृंखला का आयोजन 21 जुलाई चित्रकला, स्लोगन, रंगोली प्रतियोगिता 22 जुलाई प्रेरणादायक स्टोरी और वीडियो संदेश का प्रचार 23-24 जुलाई सार्वजनिक स्थलों पर वीडियो प्रचार, थाना स्तर पर शपथ 25 जुलाई आंगनबाड़ी, शौर्य दल की भागीदारी 26 जुलाई व्यापारी वर्ग, NGO के साथ जनसंवाद 27 जुलाई छात्रावास, फैक्ट्री, जेलों में जागरूकता 28 जुलाई अंतरविभागीय समन्वय के साथ कार्यक्रम 29 जुलाई खेल कोचों की सहभागिता से खिलाड़ी जागरूकता 30 जुलाई समापन समारोह, जनप्रतिनिधियों और नागरिकों की सहभागिता
DGP का संदेश: “नशा नहीं, विकास चाहिए”
डीजीपी श्री कैलाश मकवाणा ने अभियान को जनआंदोलन बनाने की अपील करते हुए कहा:
“मध्यप्रदेश पुलिस सिर्फ कानून लागू करने वाली संस्था नहीं, समाज को सुरक्षित और जागरूक बनाने का माध्यम है। यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि हम युवाओं को नशे की दलदल से बाहर निकालें।”
हेल्पलाइन और संपर्क जानकारी
- नारकोटिक्स हेल्पलाइन: 1933, 14446
- वेबसाइट: https://ncbmanas.gov.in
निष्कर्ष
“नशे से दूरी – है जरूरी” अभियान सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, एक जन आंदोलन है। यह समाज की चेतना जगाने, युवा ऊर्जा को संरक्षित करने और एक स्वस्थ, समृद्ध और आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश की नींव रखने की दिशा में सशक्त पहल है।