भोपाल ब्रेकिंग: कमिश्नर के सख्त निर्देशों के बावजूद फरियादी से कथित मारपीट, थाना टीला जमालपुरा पर गंभीर आरोप

भोपाल। भोपाल पुलिस कमिश्नर श्री हरि नारायण मिश्र द्वारा फरियादियों को किसी भी प्रकार से परेशान न करने के सख्त निर्देश जारी किए गए हैं, लेकिन शहर के टीला जमालपुरा थाना क्षेत्र से सामने आया एक मामला इन आदेशों के विपरीत कार्यवाही की ओर इशारा करता है।

किसी और की लड़ाई में घर से उठाए जाने का आरोप

ताजा मामले में फरियादी और उसके परिजनों का आरोप है कि किसी अन्य पक्ष के विवाद में पुलिस ने एक बेकसूर युवक को उसके घर से उठाया। आरोप है कि थाना टीला जमालपुरा में पदस्थ सब इंस्पेक्टर साबिर खान द्वारा युवक के साथ पुलिसिया खातिरदारी की गई, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।

अस्पताल-दर-अस्पताल भटकता रहा घायल युवक

परिजनों के अनुसार, घायल युवक को पहले DIG अस्पताल ले जाया गया, जहाँ से उसे हमीदिया अस्पताल रेफर कर दिया गया। आरोप है कि हमीदिया अस्पताल में भी उसका समुचित इलाज नहीं किया गया। परिजनों का दावा है कि अस्पताल में युवक पर दबाव बनाया गया कि वह अपने हाथ से यह लिखे कि उसकी चोटें स्वयं की हैं, न कि किसी मारपीट का परिणाम।

112 पर कॉल करने पर मिला यह जवाब

फरियादी के भाई ने बताया कि जब उसने डायल 112 पर कॉल कर मदद मांगी, तो जवाब मिला कि पहले थाने जाएँ, यदि वहाँ सुनवाई न हो तो 181 पर कॉल करें, और फिर भी कार्रवाई न हो तो दोबारा संपर्क करें।
परिजनों का आरोप है कि इस प्रक्रिया में उन्हें लगातार टालने की कोशिश की गई।

सोशल मीडिया पर लगाए गए गंभीर आरोप

फरियादी और उसके भाई ने इस पूरे घटनाक्रम को लेकर सोशल मीडिया पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि यदि पुलिस निष्पक्ष जांच करे तो थानों में लगे CCTV कैमरों से सच्चाई सामने आ सकती है।

जांच की आवश्यकता, सच-झूठ पुलिस के सामने

हालांकि यह स्पष्ट किया जाता है कि आरोपों की सत्यता की पुष्टि अभी नहीं हुई है। पूरे मामले में सच और झूठ का निर्णय पुलिस जांच और CCTV फुटेज के आधार पर ही संभव है।परिजनों का कहना है कि यदि थानों में पारदर्शिता नहीं रही और शिकायतकर्ताओं के साथ इस तरह का व्यवहार होता रहा, तो शहर की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े होंगे।

Exit mobile version