
29 दिसंबर को “रोड नहीं तो टोल नहीं” अभियान के तहत टोल फ्री आंदोलन और संकीर्तन
भिंड/गोहद। भिंड–ग्वालियर मार्ग को लेकर लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं और युवाओं की असमय मौतों के विरोध में अब जनआंदोलन तेज होता दिखाई दे रहा है। “भिंड–ग्वालियर खूनी हाईवे सिक्स लेन बनाओ, नौजवानों का खून अब मत बहाओ” के नारे के साथ संत समाज और समाजसेवियों ने इस मार्ग को सिक्स लेन बनाने की मांग को लेकर बड़ा कदम उठाया है।
29 दिसंबर को टोल फ्री आंदोलन
संत समाज के नेतृत्व में 29 दिसंबर को “रोड नहीं तो टोल नहीं” अभियान के अंतर्गत एक दिवसीय टोल फ्री आंदोलन एवं संकीर्तन आयोजित किया जाएगा। इस आंदोलन के संबंध में एसडीएम गोहद के नाम एक औपचारिक आवेदन तहसीलदार बृत ऐंण्डोरी श्री राकेश कुमार श्रीवास्तव को सौंपा गया।
हाईवे बना जानलेवा
आवेदन में उल्लेख किया गया कि भिंड–ग्वालियर हाईवे वर्तमान में अत्यंत संकरा और जर्जर स्थिति में है। भारी वाहनों की आवाजाही, अव्यवस्थित यातायात और पर्याप्त सुरक्षा उपायों के अभाव में यह मार्ग “खूनी हाईवे” के रूप में पहचान बना चुका है। आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं में विशेष रूप से युवा वर्ग की जान जा रही है, जो अत्यंत चिंताजनक है।
सिक्स लेन निर्माण की मांग
संत समाज और स्थानीय नागरिकों की मांग है कि इस मार्ग को शीघ्र सिक्स लेन में परिवर्तित किया जाए, ताकि दुर्घटनाओं में कमी आए और यात्रियों को सुरक्षित आवागमन की सुविधा मिल सके। आंदोलन के माध्यम से सरकार और प्रशासन का ध्यान इस गंभीर समस्या की ओर आकर्षित करने का प्रयास किया जा रहा है।
समाजसेवियों की रही उपस्थिति
आवेदन सौंपने के दौरान बाबा नंदराम दास, महेश करारिया, पुखराज भटेले, अंतराम प्रजापति, बिसम्भर दयाल सूबेदार, विजय पाल, लाखन गुर्जर (फौजी), सूरज कौशल, हरगोविंद नेताजी, शिवम पंडा सहित अनेक समाजसेवी उपस्थित रहे।।संत समाज ने स्पष्ट किया कि यदि शीघ्र ठोस निर्णय नहीं लिया गया, तो आंदोलन को और व्यापक रूप दिया जाएगा।



