आगरा, उत्तर प्रदेश: साइबर ठगी का एक बेहद खतरनाक और शर्मनाक मामला आगरा से सामने आया है। ठगों ने एक युवती को बॉडी स्कैन के बहाने वीडियो कॉल पर कपड़े उतरवाने को मजबूर कर दिया, फिर उसे CBI और नारकोटिक्स के नाम पर डराकर 30 दिनों तक ‘डिजिटल अरेस्ट’ में रखा। इस दौरान युवती से 16 लाख रुपए की ठगी की गई, जिसे अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर कराया गया।
ठगों ने युवती को डराने के लिए सुप्रीम कोर्ट का फर्जी ऑर्डर भी भेजा और दावा किया कि वह किसी गंभीर जांच में फंसी हुई है। डर के कारण युवती ने ठगों की बातों में आकर उनकी हर शर्त मान ली और पैसे ट्रांसफर कर दिए।
गिरफ्तारी की बड़ी कार्रवाई:
इस मामले में साइबर पुलिस ने राजस्थान के सीकर से आरोपी रविंद्र प्रसाद वर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को पूछताछ के लिए आगरा लाया जा रहा है और उसके अन्य साथियों की तलाश भी जारी है।
मुख्य बिंदु:
आगरा में युवती से बॉडी स्कैन के नाम पर वीडियो कॉल पर कराई गई अश्लील हरकत।
CBI और नारकोटिक्स का डर दिखाकर 16 लाख रुपए की ठगी।
30 दिन तक डिजिटल अरेस्ट में रखा गया।
सुप्रीम कोर्ट का फर्जी आदेश दिखाकर बनाया मानसिक दबाव।
राजस्थान के सीकर से साइबर ठग रविंद्र प्रसाद वर्मा गिरफ्तार।
साइबर सेल की चेतावनी:
साइबर पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी अनजान कॉल या वीडियो कॉल पर निजी जानकारी साझा न करें और किसी भी सरकारी जांच या गिरफ्तारी के डर से बिना पुष्टि के कोई आर्थिक लेन-देन न करें। अगर कोई इस तरह की धमकी देता है तो तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत दर्ज कराएं।
खतरनाक साइबर ठगी: आगरा में युवती को बनाया निशाना, फर्जी बॉडी स्कैन के बहाने कैमरे के सामने उतारे कपड़े, 16 लाख की ठगी
