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भोपाल: ऑनलाइन टास्क कम्पलीट करने के नाम पर लाखों की ठगी, साइबर क्राइम ब्रांच ने दो राज्यों से आरोपी गिरफ्तार किए

भोपाल, मध्यप्रदेश। ऑनलाइन जॉब फ्रॉड के मामले में भोपाल सायबर क्राइम ब्रांच को बड़ी सफलता मिली है। टेलीग्राम चैनल के जरिए ऑनलाइन टास्क कम्पलीट कर पैसे कमाने का झांसा देकर भोपाल की एक महिला से ₹5.94 लाख की ठगी करने वाले दो आरोपियों को गुजरात के अहमदाबाद और राजस्थान के श्रीडूंगरगढ़, बीकानेर से गिरफ्तार किया गया है।

इस कार्रवाई का नेतृत्व पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्र, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त पंकज श्रीवास्तव, DCP अपराध अखिल पटेल, एडिशनल DCP शैलेन्द्र सिंह चौहान, और ACP साइबर सुजीत तिवारी के निर्देशन में किया गया।

फर्जी ऑनलाइन जॉब का झांसा: ऐसे हुई लाखों की ठगी

पीड़िता पूजा द्विवेदी, निवासी बाबड़िया कला, भोपाल ने 7 नवंबर 2024 को साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उसे टेलीग्राम के जरिए एक फर्जी जॉब ऑफर मिला, जिसमें बताया गया कि फ्लाइट टिकट बुक कर और 5 स्टार रेटिंग देकर घर बैठे पैसे कमाए जा सकते हैं।

टास्क कम्पलीट करने के नाम पर फर्जी वेबसाइट के लिंक से रजिस्ट्रेशन कराया गया और शुरू में कम रकम का लाभ दिखाकर पीड़िता का विश्वास जीता गया। बाद में विथड्रॉल रोककर अधिक राशि जमा करवाने का दबाव डाला गया और इस तरह कुल ₹5,94,795 की ठगी कर ली गई।

वारदात का तरीका (Modus Operandi)

फर्जी टेलीग्राम चैनल से जोड़ा जाता है।

नकली वेबसाइट का लिंक भेजकर रजिस्ट्रेशन और KYC कराई जाती है।

पहले छोटी राशि का प्रॉफिट दिखाकर भरोसा बनाया जाता है।

बाद में लाखों रुपये का झांसा देकर बड़ी ठगी को अंजाम दिया जाता है।

आरोपी फर्जी बैंक खातों को किराए पर लेकर ट्रांजेक्शन करते हैं।

आरोपियों की गिरफ्तारी और जब्ती
सायबर क्राइम ब्रांच ने क्राइम नंबर 36/24, धारा 319(2), 318(4) BNS के तहत कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया:

1. कनकभाई अहमदाबादी, उम्र 32 वर्ष, निवासी गीता नगर सोसायटी, अहमदाबाद, गुजरात – फर्जी बैंक अकाउंट किराए पर देने का आरोप।
2. हंसराज गोदारा, उम्र 22 वर्ष, निवासी श्रीडूंगरगढ़, बीकानेर, राजस्थान – अपराध में प्रयुक्त खाता किराए पर देने का आरोपी।
जब्त सामग्री: 01 मोबाइल फोन, 01 सिम कार्ड

पुलिस टीम की भूमिका

गिरफ्तारी की यह सफलता उनि अंकित नायक व आरक्षकों आदित्य साहू, नईम खान, आशीष मिश्रा, सूरज पारा, बिजेन्द्र जाट, प्रताप, यतिन, अभिषेक, जितेन्द्र की टीम को मिली।

निष्कर्ष:
भोपाल में बढ़ते ऑनलाइन जॉब फ्रॉड मामलों के बीच सायबर क्राइम ब्रांच की इस कार्रवाई ने लोगों को सावधान किया है कि घर बैठे ऑनलाइन पैसा कमाने के झांसे से सतर्क रहें। भोपाल पुलिस की सतर्कता और तकनीकी जांच के दम पर दो राज्यों से आरोपियों को पकड़ना साइबर अपराध पर प्रभावी नियंत्रण का उदाहरण बनता है।

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