भोपाल। साइबर क्राइम भोपाल की टीम ने शादी के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले बिलासपुर (छत्तीसगढ़) के कॉल सेंटर मैनेजर हरीश भारद्वाज को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने इंडियन रॉयल मैट्रिमनी, सर्च रिश्ते, ड्रीम पार्टनर इंडिया, 7 फेरे मैट्रिमनी, संगम विवाह और माय शादी प्लानर नाम से 6 फर्जी मैट्रिमोनियल वेबसाइट बनाईं और सोशल मीडिया पर इनके विज्ञापन देकर लोगों को अपने जाल में फंसाया।
कैसे दिया धोखाधड़ी को अंजाम?
आरोपी और उसके साथियों ने अलीगढ़, बनारस और बिलासपुर में कॉल सेंटर स्थापित किए। इन कॉल सेंटर की लड़कियां ग्राहकों को शादी का झांसा देकर फर्जी दस्तावेज, वकील की फीस, होटल का किराया, मंगलसूत्र और शादी की शगुन के नाम पर पैसे ऐंठती थीं। टेलीकॉलर्स को 8-10 हजार रुपये प्रति माह सैलरी दी जाती थी।
बीते 4 मई को भोपाल निवासी आनंद कुमार दीक्षित ने शिकायत दर्ज कराई थी कि संगम विवाह मेट्रिमनी की फेसबुक एड पर क्लिक करने के बाद उनसे 1.50 लाख रुपये की ठगी की गई। जांच के दौरान पुलिस ने आरोपी के फर्जी कॉल सेंटर और बैंक अकाउंट का पता लगाया।
गिरफ्तारी और जांच का विवरण
आरोपी हरीश भारद्वाज को साइबर क्राइम भोपाल ने उस समय पकड़ा जब वह बंद बैंक खाता दोबारा चालू करवाने भोपाल आया था। पूछताछ में उसने ठगी की बात स्वीकार की। पुलिस ने उसके पास से 2 मोबाइल फोन बरामद किए, जो अपराध में इस्तेमाल किए गए थे।
आरोपी का फर्जीवाड़ा और सोशल मीडिया का इस्तेमाल
हरीश अपने फरार साथी के साथ मिलकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे फेसबुक और इंस्टाग्राम पर फर्जी प्रोफाइल और विज्ञापन तैयार करता था। इन विज्ञापनों में इंटरनेट से डाउनलोड की गई लड़कियों की तस्वीरें और फर्जी बायोडाटा शामिल होते थे। ग्राहकों को रजिस्ट्रेशन के बाद फर्जी लड़कियों के नंबर दिए जाते थे।
एडीसीपी का बयान
एडीसीपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि टीम ने 500 से अधिक पीड़ितों के साथ हुई ठगी के मामले का खुलासा किया है। आरोपी ने पुलिस से बचने के लिए बार-बार अपना ठिकाना बदला और छोटे अमाउंट की ठगी कर पुलिस में शिकायत होने से बचने की कोशिश की।
भोपाल साइबर क्राइम टीम की इस कार्रवाई से शादी कराने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है।
साइबर क्राइम टीम ने 6 फर्जी मैट्रिमोनियल वेबसाइट और कॉल सेंटर चलाने वाले मैनेजर को किया गिरफ्तार, 500 लोगों से ठगी का खुलासा
