State

भोपाल में अल्ट्राटेक कंपनी में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के 02 आरोपियों को सायबर क्राइम ब्रांच ने नोयडा से किया गिरफ्तार

भोपाल। मध्य प्रदेश के सायबर क्राइम ब्रांच ने अल्ट्राटेक कंपनी में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले एक गिरोह के सरगना और एक अन्य आरोपी को नोयडा (उत्तर प्रदेश) से गिरफ्तार किया है। यह गिरोह पिछले कुछ महीनों से बेरोजगार लोगों को फर्जी नौकरियों के नाम पर ठग रहा था, और अब इनकी गिरफ्तारी से इस धोखाधड़ी के मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है।

पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त पंकज श्रीवास्तव और पुलिस उपायुक्त अखिल पटेल के मार्गदर्शन में यह कार्रवाई की गई। सायबर क्राइम ब्रांच भोपाल की टीम ने इस गिरोह के मुख्य सरगना नितेश सिन्हा और उसके साथी राज सिन्हा को गिरफ्तार किया। आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और अन्य आपराधिक गतिविधियों का मामला दर्ज किया गया है।

घटनाक्रम:
28 मार्च 2024 को दुलारे सिंह (परिवर्तित नाम) ने अपनी शिकायत दर्ज कराई, जिसमें बताया कि उसे अल्ट्राटेक कंपनी में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगा गया। ठगों ने विभिन्न बैंक खातों और फर्जी मेल आईडी का इस्तेमाल कर उससे कुल 12,68,407 रुपये की धोखाधड़ी की। आरोपी अपनी धोखाधड़ी को छुपाने के लिए इंडीड कंसलटेंसी कंपनी का कर्मचारी बनकर सामने आए और फिर बैंक खाता विवरण, मोबाइल नंबर और मेल आईडी के माध्यम से फर्जी जॉइनिंग लेटर और मेडिकल फीस के नाम पर पैसे वसूलने लगे।

तरीका वारदात:
आरोपियों ने बेरोजगार लोगों का डेटा खरीदा और उन्हें अल्ट्राटेक कंपनी में नौकरी दिलाने का झांसा दिया। उन्होंने फर्जी मेल आईडी बनाकर लोगों से जॉइनिंग लेटर और मेडिकल फीस के नाम पर पैसे जमा कराए। इसके बाद, नौकरी देने के नाम पर ट्रेनिंग और रहने-खाने की फीस वसूल की जाती थी। मुख्य सरगना नितेश सिन्हा ने फर्जी खातों और सिम कार्डों का इस्तेमाल किया, जबकि राज सिन्हा ने लोगों को कॉल और मेल भेजकर उन्हें धोखा दिया।

पुलिस कार्यवाही:
सायबर क्राइम ब्रांच भोपाल ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तकनीकी विश्लेषण और मैदानी साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की। पुलिस ने आरोपियों से 08 मोबाइल फोन, 09 सिम कार्ड, 01 लैपटॉप, 01 राउटर और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए हैं।

पुलिस टीम:
इस मामले में निरीक्षक सुनील मेहर, उप निरीक्षक देवेंद्र साहू, सउनि चिन्ना राव सहित अन्य पुलिसकर्मियों ने अहम भूमिका निभाई।

गिरफ्तार आरोपियों के नाम:

1. राज सिन्हा (29 वर्ष, नोयडा, उ.प्र.) – फर्जी कॉल और मेल भेजने में भूमिका।
2. नितेश सिन्हा (32 वर्ष, नोयडा, उ.प्र.) – मुख्य सरगना, फर्जी खाते, सिम और डाटा उपलब्ध कराना, पैसे का सेटलमेंट करना।
यह कार्रवाई इस धोखाधड़ी गिरोह के खिलाफ महत्वपूर्ण कदम साबित हुई है, जिससे आने वाले समय में ऐसे अपराधों की रोकथाम संभव हो सकेगी।

Related Articles