महापौर मालती राय से गुजरात के नगरीय निकायों के अधिकारियों की सौजन्य भेंट

भोपाल नगर निगम की कचरा प्रबंधन व्यवस्था, रिसाइकल हब और नवाचारों की जमकर सराहना

भोपाल, । स्वच्छता और सस्टेनेबल वेस्ट मैनेजमेंट के क्षेत्र में भोपाल नगर निगम देशभर में एक मॉडल के रूप में उभर रहा है। इसी क्रम में गुजरात राज्य के विभिन्न नगरीय निकायों के अधिकारियों के प्रतिनिधि मंडल ने सोमवार को महापौर श्रीमती मालती राय से सौजन्य भेंट की और भोपाल नगर निगम की कचरा प्रबंधन व्यवस्था, रिसाइकल हब तथा स्वच्छता से जुड़े नवाचारों का विस्तारपूर्वक अवलोकन किया।

इस अवसर पर महापौर  मालती राय ने कहा कि भोपाल नगर निगम द्वारा शहर की स्वच्छता और कचरा प्रबंधन को बेहतर, प्रभावी और पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि विभिन्न प्रकार के अपशिष्ट पदार्थों को रिसाइकल कर नए उपयोगी उत्पादों में परिवर्तित किया जा रहा है, जिससे न केवल कचरे की मात्रा कम हो रही है बल्कि रोजगार और आय के नए अवसर भी सृजित हो रहे हैं।
महापौर ने यह भी कहा कि रिसाइकल हब जैसे नवाचार छोटे और मध्यम नगरीय निकायों में भी आसानी से अपनाए जा सकते हैं, जिससे स्वच्छता अभियान को व्यापक रूप मिल सकता है।

गुजरात से आए प्रतिनिधि मंडल ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से भोपाल नगर निगम की स्वच्छता गतिविधियों, कचरा प्रबंधन की संपूर्ण प्रक्रिया, तकनीकी नवाचारों और सस्टेनेबल मॉडल को समझा। इसके बाद अधिकारियों ने फील्ड विजिट के दौरान विभिन्न प्रमुख स्थलों का निरीक्षण किया।

प्रतिनिधि मंडल में गुजरात के पालनपुर, भुज, सनाद, सवरकुंडला, मोदासा, द्वारका और लूनावाड़ा जैसे नगरीय निकायों के अधिकारी शामिल थे। उन्होंने दानापानी रिसाइकल हब में स्थापित थर्माकोल रिसाइकल प्लांट, अन्ना नगर गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन में संचालित टेक्सटाइल रिकवरी फैसिलिटी, भानपुर स्थित लैंड रिक्लेम मॉडल, स्मार्ट सिटी कार्यालय के इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर में कचरा वाहनों की ट्रैकिंग और मॉनीटरिंग व्यवस्था तथा अरेरा कॉलोनी स्थित कचरा कैफे का गहन अवलोकन किया।

गुजरात के अधिकारियों ने भोपाल नगर निगम द्वारा स्वच्छता, कचरा प्रबंधन और रिसाइकलिंग के क्षेत्र में किए जा रहे नवाचारों, तकनीकी उपयोग और व्यवस्थित कार्यप्रणाली की खुले तौर पर सराहना की। प्रतिनिधि मंडल ने माना कि भोपाल का यह मॉडल अन्य राज्यों और नगरीय निकायों के लिए प्रेरणास्रोत है।

भोपाल नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि भविष्य में भी इस तरह के ज्ञान-साझाकरण और अंतरराज्यीय सहयोग से देशभर में स्वच्छता अभियान को और अधिक मजबूती मिलेगी।

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