
भोपाल। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) कार्यालय भोपाल एक नई पहल के तहत गणतंत्र दिवस के अवसर पर देहदान और अंगदान करने वाले लोगों को सम्मानित करेगा। यह कार्यक्रम स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देने और अंगदान के महत्व को रेखांकित करने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। ध्वजारोहण के पश्चात आयोजित इस कार्यक्रम में 28 देहदान-अंगदानकर्ताओं के परिजनों को सम्मान पत्र भेंट किए जाएंगे।
कार्यक्रम की मुख्य झलकियां
देहदान, किडनी, लीवर, नेत्र, त्वचा दान करने वाले व्यक्तियों के परिजनों द्वारा अनुभव साझा किए जाएंगे।
इंडियन डेंटल एसोसिएशन के सहयोग से मुख एवं दंत रोग परीक्षण शिविर का आयोजन।
आयुष्मान भारत कार्ड पंजीकरण की सुविधा।
पौधारोपण अभियान और जिला अस्पताल में मरीजों को फल वितरित किए जाएंगे।
अंगदान जागरूकता पर विशेष जोर
भोपाल जिले में अब तक लगभग 3,500 लोगों ने अंगदान के लिए पंजीकरण कराया है। कार्यक्रम का उद्देश्य पंजीकरण को प्रोत्साहित करना और अंगदान के महत्व पर प्रकाश डालना है। अंगदान में लीवर, किडनी, हृदय, फेफड़े, आंत, त्वचा, कॉर्निया, हार्ट वॉल्व जैसे अंग और ऊतक दान किए जा सकते हैं।
अंगदान की प्रक्रिया:
अंगदान के लिए व्यक्ति को चिकित्सा विशेषज्ञ द्वारा मृत घोषित किया जाना आवश्यक है।
मृत्यु के बाद कई अंग और ऊतक अन्य जरूरतमंद व्यक्तियों के शरीर में प्रत्यारोपित किए जा सकते हैं।
जीवित व्यक्ति अपनी एक किडनी दान कर सकता है और सामान्य जीवन व्यतीत कर सकता है।
सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी का संदेश
सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया, “गणतंत्र दिवस पर यह सम्मान कार्यक्रम समाज को अंगदान के लिए प्रेरित करने और इसके महत्व को समझाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। 18 वर्ष से अधिक उम्र का कोई भी व्यक्ति अंगदान के लिए पंजीकरण कर सकता है।”
अंगदान के लिए पंजीकरण नेशनल ऑर्गन एंड टिशू ट्रांसप्लांट ऑर्गनाइजेशन की वेबसाइट notto.abdm.gov.in पर किया जा सकता है।





