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ब्रेकिंग न्यूज़: सुल्तानपुर में भू-माफियाओं का कहर, कोर्ट स्टे के बावजूद जमीन पर कब्जे की कोशिश, फरियादी की नहीं लिखी गई रिपोर्ट

भोपाल/रायसेन, ।  राजधानी भोपाल से महज़ 80 किलोमीटर दूर स्थित रायसेन जिले के सुल्तानपुर ग्राम में भू-माफियाओं द्वारा खुलेआम तांडव किए जाने का गंभीर मामला सामने आया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव सरकार के भू-माफिया विरोधी अभियान और डीजीपी स्तर के निर्देशों के बावजूद यह मामला दर्शाता है कि स्थानीय स्तर पर प्रशासन और पुलिस की उदासीनता आज भी भू-माफियाओं को संरक्षण दे रही है।


घटना का विवरण: हमले की नीयत से हथियारबंद गुंडों ने किया कब्जे का प्रयास

दिनांक 6 जुलाई 2025, दोपहर के समय ग्राम सुल्तानपुर (तहसील गौरगंज, जिला रायसेन) में स्थानीय भू-माफिया सरदार संतोख सिंह और उनके गुर्गों ने खसरा भूमि पर अवैध कब्जे की नीयत से हमला कर दिया।

फरियादी हस्सान अली खान के अनुसार, हमलावर हथियारों से लैस थे और उन्होंने जमीन की निगरानी कर रहे खालिद मामू, नारायण और रामबाबू को बुरी तरह पीटा।

हैरानी की बात यह है कि जब पीड़ित सुल्तानपुर थाना पहुंचे, तो उनकी FIR तक दर्ज नहीं की गई। थाना प्रभारी संतोष सिंह और जिला एसपी पंकज कुमार पांडे ने भी इस गंभीर हमले को हल्के में लिया।

जनसुनवाई में पहुंचा मामला, डीजीपी कार्यालय से तत्काल निर्देश जारी

जब फरियादी को सुल्तानपुर थाने में न्याय नहीं मिला, तब वह परिवार सहित कोहेफिजा, भोपाल स्थित पुलिस मुख्यालय पहुंचा और 7 जुलाई 2025 को डीजीपी जनसुनवाई में अपनी शिकायत दर्ज करवाई।

डीजीपी जनसुनवाई में मामला सुनकर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने तत्क्षण कार्रवाई के निर्देश दिए और मामले की गंभीरता को स्वीकारा।

फरियादी के पास है वैध दस्तावेज, कोर्ट का स्टे ऑर्डर भी मौजूद

फरियादी हस्सान अली खान ने स्पष्ट किया कि जिस भूमि पर कब्जे का प्रयास किया गया, उस पर उनके पास वैध अभिलेख, नामांतरण, और कोर्ट का स्टे आदेश उपलब्ध है। बावजूद इसके, स्थानीय दबंग भू-माफिया गुंडों के साथ आकर हिंसा कर रहे हैं और परिवार को झूठे केसों में फंसाने की धमकियां दी जा रही हैं।

फरियादी का बयान: “हम सरकार से न्याय की उम्मीद करते हैं”

फरियादी का कहना है कि मोहन सरकार ने भूमाफियाओं के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है, लेकिन जमीनी स्तर पर कुछ अधिकारी अब भी भूमाफियाओं के दबाव में काम कर रहे हैं। हम जल्द ही इस पूरे मामले की जानकारी मुख्यमंत्री और गृहमंत्री को देंगे। मीडिया को भी आमंत्रित किया जाएगा ताकि सच्चाई सबके सामने आए।”
सवाल खड़े करता है यह मामला:

जब मुख्यमंत्री द्वारा स्पष्ट निर्देश हैं, तो स्थानीय पुलिस भू-माफिया के खिलाफ FIR दर्ज करने से क्यों हिचक रही है?

क्या भूमाफिया और पुलिस की सांठगांठ अब भी सक्रिय है?

राजधानी से सिर्फ 80 किलोमीटर दूर ऐसी गुंडागर्दी, तो सुदूर जिलों की स्थिति क्या होगी?

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