मध्यप्रदेश के सिवनी में बड़ा विवाद: सरकारी स्कूल में हिंदू छात्रों से नमाज़ पढ़वाने का आरोप, जांच के आदेश

सिवनी। मध्यप्रदेश के सिवनी जिले से एक चौंकाने वाला और संवेदनशील मामला सामने आया है, जिसने शिक्षा व्यवस्था और प्रशासनिक निगरानी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आरोप है कि एक सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले हिंदू छात्रों को जबरन नमाज़ पढ़ने और “अल्लाहु अकबर” का नारा लगाने के लिए मजबूर किया गया। मामले के सामने आते ही अभिभावकों और सामाजिक संगठनों में आक्रोश फैल गया है।

जानकारी के अनुसार सिवनी जिले के एक शासकीय विद्यालय में यह कथित घटना उस समय हुई, जब स्कूल में नियमित गतिविधियाँ चल रही थीं। आरोप है कि स्कूल के प्रधानाचार्य ने छात्रों से हाथ उठवाकर धार्मिक नारे लगवाए और नमाज़ की प्रक्रिया में शामिल होने के लिए कहा। इस घटना का विरोध करने वाले कुछ छात्रों ने घर जाकर अपने परिजनों को पूरी बात बताई, जिसके बाद मामला सार्वजनिक हुआ।

अभिभावकों का कहना है कि सरकारी स्कूल एक धर्मनिरपेक्ष संस्था होती है, जहां किसी भी छात्र पर उसकी आस्था के विपरीत धार्मिक गतिविधि थोपना न केवल अनुचित है, बल्कि संविधान के मूल सिद्धांतों के भी खिलाफ है। उनका आरोप है कि बच्चों पर मानसिक दबाव बनाया गया और उन्हें अपनी मर्जी के खिलाफ धार्मिक क्रिया में शामिल किया गया।

मामला सामने आने के बाद स्थानीय हिंदू संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कड़ा विरोध दर्ज कराया और जिला प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की। उनका कहना है कि यदि आरोप सही पाए जाते हैं, तो संबंधित प्रधानाचार्य के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई होनी चाहिए।

प्रशासन की प्रतिक्रिया:
जिला शिक्षा विभाग ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं। अधिकारियों का कहना है कि पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच की जाएगी और जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। वहीं, प्रधानाचार्य की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।

निष्कर्ष:
यह मामला एक बार फिर सरकारी स्कूलों में धार्मिक तटस्थता और बच्चों के संवैधानिक अधिकारों पर बहस को तेज कर रहा है। अब सभी की नजरें प्रशासनिक जांच पर टिकी हैं, जिससे सच्चाई सामने आ सके और दोषियों पर उचित कार्रवाई हो।

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