नर्मदापुरम खाद्य विभाग में धांधली का बड़ा मामला: माखननगर स्थित बालाजी गोदाम में खुले में रखे धान पर बारिश

धान उपार्जन केंद्रों पर लापरवाही उजागर
नर्मदापुरम। जिले के धान उपार्जन केंद्रों पर बड़ी धांधली का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार, यहां 1,59,490 क्विंटल धान खुले में रखा गया था, जबकि जिले में पर्याप्त गोदाम होने के बावजूद इसे सुरक्षित तरीके से नहीं रखा गया। आश्चर्यजनक रूप से, जिला खाद्य अधिकारी ने इस धान को वर्षा से प्रभावित होने की बात से इनकार करते हुए शून्य नुकसान की रिपोर्ट दी है।
खुले में रखा धान और बारिश का असर
जिले के माखननगर स्थित बालाजी गोदाम में खुले में रखे धान पर बारिश का प्रभाव साफ नजर आ रहा है। यहां की तस्वीरें बताती हैं कि बारिश में भीगा हुआ धान सुखाने की प्रक्रिया चल रही है। इससे किसानों के भुगतान पर नकारात्मक असर पड़ेगा, क्योंकि खराब धान का मूल्यांकन उचित तरीके से नहीं किया जा सकेगा।
गलत जानकारी देकर तथ्यों को छुपाने का प्रयास
जिला खाद्य अधिकारी द्वारा दिए गए तथ्यों में भीगे हुए धान की जानकारी को पूरी तरह से नजरअंदाज किया गया है। इस लापरवाही से न केवल किसानों को आर्थिक नुकसान होगा, बल्कि खाद्य विभाग की कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
प्रशासन से सवाल
1. जब जिले में गोदाम की कमी नहीं है, तो धान खुले में क्यों रखा गया?
2. बारिश से प्रभावित धान का सही आकलन क्यों नहीं किया गया?
3. किसानों के नुकसान की भरपाई कौन करेगा?
इस मामले में प्रशासन को जल्द से जल्द जांच कर कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाही न हो।





