फरार अपराधियों के विरुद्ध मध्यप्रदेश पुलिस का बड़ा अभियान, तीन दिन में 1100 से अधिक वारंटी गिरफ्तार

भोपाल। प्रदेश में कानून-व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने, फरार अपराधियों की धर-पकड़ सुनिश्चित करने तथा माननीय न्यायालयों के आदेशों का कड़ाई से पालन कराने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश पुलिस ने व्यापक स्तर पर विशेष कांबिंग अभियान चलाया। पुलिस महानिदेशक श्री कैलाश मकवाणा के निर्देशन में बीते तीन दिनों तक प्रदेश के विभिन्न जिलों में एक साथ छापेमारी और कांबिंग गश्त की गई, जिसमें 1100 से अधिक स्थायी एवं गिरफ्तारी वारंटियों को गिरफ्तार करने में पुलिस को उल्लेखनीय सफलता मिली। इस विशेष अभियान के दौरान 700 से अधिक निगरानी बदमाशों, गुंडों और अन्य संदिग्ध अपराधियों की चैकिंग की गई। लंबे समय से फरार चल रहे अपराधियों को कानून के दायरे में लाने के साथ-साथ अपराधों की पूर्व-रोकथाम में भी यह अभियान प्रभावी साबित हुआ है।
जिलावार प्रमुख कार्रवाई
बालाघाट:
विशेष कांबिंग गश्त में 51 स्थायी व गिरफ्तारी वारंटी गिरफ्तार किए गए। इसके अलावा 140 से अधिक निगरानी बदमाशों के ठिकानों पर छापेमारी कर उनकी गतिविधियों की गहन जांच की गई।
कटनी:
जिले में 145 वारंटी व अपराधियों को हिरासत में लिया गया, जिनमें 23 स्थायी और 82 गिरफ्तारी वारंट शामिल हैं। साथ ही अवैध शराब से जुड़े 30 नए प्रकरण दर्ज किए गए और नशे में वाहन चलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की गई।
छतरपुर:
“न्याय पथ अभियान” के तहत 40 स्थायी, 76 गिरफ्तारी वारंटी और ₹52 हजार के इनामी अपराधियों सहित 200 से अधिक आरोपी गिरफ्तार किए गए। कार्रवाई में अवैध हथियार और नकदी भी बरामद हुई।
मुरैना:
यहां 125 से अधिक स्थायी व गिरफ्तारी वारंटी पकड़े गए। साथ ही ₹29 हजार के इनामी 7 फरार अपराधी भी गिरफ्तार किए गए।
ग्वालियर:
कांबिंग गश्त में 121 स्थायी और 129 गिरफ्तारी वारंट सहित कुल 250 वारंटी गिरफ्तार किए गए। इसके अतिरिक्त 348 गुंडों व हिस्ट्रीशीटरों की जांच-पड़ताल की गई।
गुना:
जिले के सभी थाना क्षेत्रों में अभियान चलाकर 43 फरार वारंटी गिरफ्तार किए गए। इनमें कई गंभीर अपराधों में संलिप्त आरोपी शामिल हैं।
सीहोर:
रात्रिकालीन कांबिंग गश्त के दौरान 145 वारंटी हिरासत में लिए गए और 157 निगरानी अपराधियों की जांच की गई। जुआ-सट्टा और अवैध शराब पर भी सख्त कार्रवाई हुई।
मंदसौर:
रात्रिकालीन विशेष अभियान में 175 वारंटी गिरफ्तार किए गए, जिनमें 130 स्थायी और 42 गिरफ्तारी वारंट शामिल हैं।
अपराध नियंत्रण की दिशा में बड़ा कदम
यह विशेष कांबिंग अभियान फरार अपराधियों, संगठित अपराध, अवैध शराब कारोबार, जुआ-सट्टा, हथियारों की तस्करी और आदतन अपराधियों पर नियंत्रण की दिशा में एक महत्वपूर्ण और प्रभावी कदम साबित हुआ है। मध्यप्रदेश पुलिस ने स्पष्ट किया है कि कानून से भागने वालों के लिए प्रदेश में कोई सुरक्षित ठिकाना नहीं है और ऐसे अभियान आगे भी निरंतर जारी रहेंगे।



