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गोहद में भीमाशंकर महादेव मंदिर आंदोलन का हुआ समापन, भक्तों की आस्था को मिला सम्मान

गोहद/भिंड। गोहद दुर्ग स्थित श्री भीमाशंकर महादेव मंदिर को लेकर चल रहे आंदोलन का समापन मंगलवार को हो गया। शासन, प्रशासन, पुरातत्व विभाग और भीमाशंकर महादेव सेवा समिति की संयुक्त बैठक में लिए गए ठोस निर्णयों के बाद श्रद्धालुओं की मांगों को स्वीकार किया गया।

बैठक का नेतृत्व एसडीएम, एसडीओपी और टीआई ने किया। बैठक में यह तय हुआ कि मंदिर प्रांगण का मुख्य द्वार अब सूर्योदय से सूर्यास्त तक खुला रहेगा, जिससे भक्त निर्बाध रूप से दर्शन कर सकेंगे। इसके अलावा, विवादों के केंद्र में आए दोषी चौकीदार को तुरंत हटाकर नए स्थायी चौकीदार की नियुक्ति कर दी गई है। साथ ही, सुरक्षा की दृष्टि से किले परिसर में CCTV कैमरे लगाए जाएंगे और दोषी चौकीदार पर विभागीय जांच कर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

बैठक में यह भी निर्णय हुआ कि किले परिसर में हो रहे अतिक्रमणों पर पुरातत्व विभाग संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करेगा। इस तरह न केवल आस्था की रक्षा हुई है, बल्कि ऐतिहासिक धरोहर की सुरक्षा का भी मार्ग प्रशस्त हुआ है।

सेवा समिति ने नगरवासियों, युवाओं और श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने शांति और संयम बनाए रखते हुए समाज की आस्था की रक्षा के लिए एकजुटता का परिचय दिया। समिति ने कहा कि इन निर्णयों और आश्वासनों को स्वीकार करते हुए आंदोलन का समापन किया जाता है।

इस अवसर पर समिति ने इसे पूरे गोहद नगर और सनातन समाज की जीत बताया। समिति ने कहा कि यदि भविष्य में कभी भी आस्था पर आघात होगा, तो समाज पुनः सत्य और धर्म के मार्ग पर संगठित होकर खड़ा होगा।

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