भोपाल, 9 मई 2025 – मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से एक गंभीर मामला सामने आया है जहाँ MP नगर ज़ोन-1 स्थित ‘जीना सीखो अस्पताल’ और चर्चित ‘डॉ बत्रा क्लीनिक’ बिना वैध सरकारी अनुमतियों के संचालित हो रहे थे। इन दोनों संस्थानों पर स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन, पुलिस और औषधि प्रशासन की संयुक्त टीम ने छापा मारते हुए तत्काल प्रभाव से बंद करवाने की कार्रवाई की।
इस भोपाल फर्जी अस्पताल बंद अभियान के दौरान यह सामने आया कि ये संस्थान न सिर्फ स्वास्थ्य से जुड़े नियमों की खुली अवहेलना कर रहे थे, बल्कि जनता को गुमराह करने वाले भ्रामक दावे भी कर रहे थे। ‘जीना सीखो अस्पताल’ में कैंसर जैसे गंभीर रोगों के इलाज के नाम पर प्रचार किया जा रहा था, जबकि ‘डॉ बत्रा क्लीनिक’ गंजापन दूर करने और बाल उगाने की गारंटी जैसे दावे कर रहा था – वो भी बिना वैज्ञानिक प्रमाण और वैध लाइसेंस के।
MP Nagar बिना अनुमति क्लीनिक के इस मामले ने स्वास्थ्य महकमे को भी झकझोर कर रख दिया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इन दोनों संस्थानों के पास न तो चिकित्सकीय संचालन की वैध अनुमति थी, न ही कोई पंजीकृत डॉक्टर इलाज कर रहा था। औषधि प्रशासन को भी वहाँ पर अनियमित रूप से उपयोग की जा रही दवाओं और उपकरणों की जानकारी मिली है, जिसे अब जब्त किया जा रहा है।
भोपाल में डॉ बत्रा क्लीनिक पर कार्रवाई होने से कई लोग चौंक गए हैं, क्योंकि यह क्लीनिक देशभर में एक बड़ी श्रृंखला के रूप में जानी जाती है। लेकिन स्थानीय स्तर पर मिली शिकायतों और फर्जी उपचार व शुल्क वसूली के आरोपों के बाद यह कदम उठाया गया।
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि भोपाल में बिना अनुमति चल रहे सभी क्लीनिकों और अस्पतालों के खिलाफ जांच अभियान तेज़ किया जाएगा। आम नागरिकों से भी अपील की गई है कि वे किसी भी चिकित्सा सेवा का लाभ उठाने से पहले उसके लाइसेंस, डॉक्टर की योग्यता और उपचार के वैज्ञानिक आधार की जांच अवश्य करें।
भोपाल में बड़ा फर्जीवाड़ा: MP नगर स्थित ‘जीना सीखो अस्पताल’ और ‘डॉ बत्रा क्लीनिक’ बिना अनुमति चल रहे थे, स्वास्थ्य विभाग ने की बड़ी कार्रवाई
