
भोपाल में निकली जनचेतना पदयात्रा, 7 मार्च तक चलेगा जन औषधि जागरूकता सप्ताह
भोपाल । आम जनता को किफायती और गुणवत्तापूर्ण दवाइयां उपलब्ध कराने के उद्देश्य से संचालित प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (PMBJP) के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए भोपाल में जनचेतना पदयात्रा का आयोजन किया गया। यह अभियान 1 से 7 मार्च 2025 तक जन औषधि जागरूकता सप्ताह के रूप में मनाया जाएगा।
जनचेतना पदयात्रा में जनप्रतिनिधियों और स्वास्थ्य अधिकारियों की भागीदारी
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय, भोपाल से शुरू हुई इस जनचेतना पदयात्रा में नगर पालिक निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी, फार्मेसी काउंसिल अध्यक्ष संजय जैन, पार्षद ब्रजला सचान, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी, अधिकारी, कर्मचारी, छात्र-छात्राएं और आम नागरिक शामिल हुए।
इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष श्री कृष्णा सूर्यवंशी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आयुष्मान भारत योजना के तहत ₹5 लाख तक का मुफ्त इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है। साथ ही, जन औषधि परियोजना के तहत ब्रांडेड दवाइयों की तुलना में 50% से 80% तक सस्ती दवाएं दी जा रही हैं, जिससे आम लोगों को बड़ा आर्थिक लाभ हो रहा है।
भोपाल में 28 जन औषधि केंद्र संचालित
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी ने जानकारी दी कि भोपाल में वर्तमान में 28 जन औषधि केंद्र संचालित हो रहे हैं, जिनमें प्रमुख रूप से AIIMS भोपाल, भोपाल मेमोरियल हॉस्पिटल और जयप्रकाश जिला चिकित्सालय शामिल हैं। उन्होंने कहा कि जन औषधि केंद्र सिर्फ सस्ती दवाइयों का जरिया नहीं हैं, बल्कि ये स्वरोजगार का भी बड़ा अवसर प्रदान कर रहे हैं।
जन औषधि परियोजना के प्रमुख लाभ:
✔ देशभर में 15,000+ जन औषधि केंद्र संचालित
✔ 2,000 से अधिक दवाइयां और 300+ सर्जिकल उत्पाद उपलब्ध
✔ 50% से 80% तक सस्ती दवाइयां (ब्रांडेड दवाओं की तुलना में)
✔ एलोपैथिक और आयुर्वेदिक दवाइयां उपलब्ध
✔ ₹1 में सेनेटरी पैड की सुविधा
✔ डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, गैस्ट्रो जैसी 45+ विशिष्ट श्रेणी की दवाइयां
फार्मेसी काउंसिल का योगदान
फार्मेसी काउंसिल के अध्यक्ष श्री संजय जैन ने कहा कि इस योजना का उद्देश्य उन लोगों तक पहुंचना है, जो महंगी दवाइयों का खर्च नहीं उठा सकते। फार्मेसी काउंसिल द्वारा योजना के लाभों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।





