श्रीलंका में भीषण बाढ़ के बीच भारतीय NDRF का मानवीय मिशन, साहसिक रेस्क्यू में नवजात बच्चे की जान बचाई

श्रीलंका में आई विनाशकारी बाढ़ ने हजारों लोगों को प्रभावित किया है। ऐसे कठिन समय में भारत द्वारा भेजी गई NDRF टीम एक बार फिर मानवता की मिसाल बनकर सामने आई। राहत अभियान के दौरान भारतीय जवानों ने मलबे और तेज़ पानी के बीच फंसे एक नवजात शिशु को सुरक्षित बाहर निकालकर उसकी जान बचाई। यह तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं, जिनमें NDRF कर्मी बच्चे को अपनी गोद में लेकर उसे शांत करते और उसकी देखभाल करते दिख रहे हैं।
भीषण बाढ़ में फंसे परिवार को बचाने पहुँची NDRF टीम
श्रीलंका के कई क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण हालात बेहद गंभीर हो गए हैं। राहत एवं बचाव के दौरान भारतीय NDRF की एक टीम को सूचना मिली कि एक परिवार अपने घर में फंसा है और उनके साथ कुछ दिन का नवजात भी मौजूद है। जोखिम भरे माहौल में जवानों ने तेजी से कार्रवाई करते हुए घर में प्रवेश कर बच्चे और उसके परिवार को बाहर निकाला।
नवजात को गोद में लेकर दी सुरक्षा, दुनिया ने देखा मानवता का असली चेहरा
बचाव के दौरान नवजात की हालत नाज़ुक दिखी, हवा में नमी और ठंड के कारण बच्चा लगातार रो रहा था। NDRF कर्मी ने तुरंत उसे अपनी जैकेट में लपेटकर गोद में लिया और उसकी देखभाल शुरू की। उनकी इस संवेदनशीलता ने दुनिया भर का ध्यान खींचा।
यह दृश्य दर्शाता है कि भारतीय NDRF सिर्फ बचाव टीम नहीं, बल्कि मानवता के सच्चे रक्षक हैं।
भारत ने निभाई अपना पड़ोसी धर्म की ज़िम्मेदारी
आपदा के समय भारत द्वारा तुरंत भेजी गई विशेषज्ञ रेस्क्यू टीमें श्रीलंका में लगातार राहत कार्य कर रही हैं। यह मिशन “नेबरहुड फर्स्ट” नीति का उदाहरण है, जिसके तहत भारत संकट की घड़ी में अपने पड़ोसी देशों की मदद के लिए हमेशा आगे रहता है।
शिशु की जान बचाने की गाथा बनी उम्मीद की किरण
बाढ़ की त्रासदी के बीच यह पूरी घटना लोगों के लिए उम्मीद और इंसानियत की एक अनमोल मिसाल बन गई है। श्रीलंका की सरकार और स्थानीय नागरिकों ने भारतीय टीम का आभार व्यक्त किया है।
इस साहसिक कदम ने साबित किया, जहां मानवता की पुकार होती है, NDRF वहां जीवन की नई रोशनी लेकर पहुंच जाती है।



