एम्स भोपाल ने लंग कैंसर उपचार और डिजिटल केयर में बढ़ाया कदम, राष्ट्रीय सम्मेलन में डॉ. आकांक्षा चौधरी की अहम भूमिका

भोपाल। एम्स भोपाल (AIIMS Bhopal) निरंतर कैंसर उपचार, शोध और नवाचार के क्षेत्र में अपनी भूमिका को सशक्त करते हुए मरीजों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रहे नवीनतम विकास का लाभ दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी क्रम में एम्स भोपाल के मेडिकल ऑन्कोलॉजी एवं हीमैटोलॉजी विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ. आकांक्षा चौधरी ने 19 से 21 दिसंबर 2025 तक आयोजित प्रतिष्ठित “9th Year End Review in Lung Cancer” सम्मेलन में सक्रिय सहभागिता की।
देश के शीर्ष कैंसर विशेषज्ञ हुए शामिल
यह प्रतिष्ठित सम्मेलन टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल, मुंबई के फैकल्टी द्वारा कैंसर रिसर्च एंड स्टैटिस्टिक्स फाउंडेशन के तत्वावधान में तथा इंस्टीट्यूट ऑफ पल्मोनोलॉजी के सहयोग से आयोजित किया गया।
सम्मेलन में टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल मुंबई, एम्स दिल्ली, राजीव गांधी कैंसर हॉस्पिटल दिल्ली, मणिपाल हॉस्पिटल, मेदांता हॉस्पिटल और एचसीजी हॉस्पिटल सहित देश के प्रमुख संस्थानों के प्रसिद्ध मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट और लंग कैंसर विशेषज्ञों ने भाग लिया और फेफड़ों के कैंसर के उपचार में हो रही नवीनतम प्रगति पर विस्तार से चर्चा की।
डिजिटल ऐप आधारित केयर पर अध्ययन प्रस्तुत
विशेषज्ञ मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट के रूप में डॉ. आकांक्षा चौधरी ने इस सीएमई (CME) में फैकल्टी की कई महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं। उन्होंने लंग कैंसर मरीजों के लिए सपोर्टिव केयर में डिजिटल एप्लिकेशन (App) के उपयोग पर आधारित एक अध्ययन प्रस्तुत किया, जिसे मैसाचुसेट्स जनरल हॉस्पिटल, बोस्टन (USA) द्वारा किया गया था। अपने व्याख्यान में उन्होंने भारत में भी डिजिटल हेल्थ ऐप्स और ऐप-आधारित देखभाल को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया। उनकी इस प्रस्तुति को राष्ट्रीय मंच पर व्यापक सराहना मिली।
दुर्लभ म्यूटेशन और सपोर्टिव केयर पर विशेषज्ञ चर्चा
डॉ. आकांक्षा चौधरी ने पैनलिस्ट के रूप में भी भाग लेते हुए दुर्लभ म्यूटेशन वाले लंग कैंसर के उपचार, लंग कैंसर में सपोर्टिव केयर की भूमिका, जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर देश के अन्य वरिष्ठ विशेषज्ञों के साथ गहन विचार-विमर्श किया।
एम्स भोपाल में लंग कैंसर का समग्र और आधुनिक उपचार
एम्स भोपाल की मेडिकल ऑन्कोलॉजी यूनिट द्वारा कैंसर मरीजों, विशेषकर लंग कैंसर मरीजों, को उन्नत, समग्र और व्यक्तिगत उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है।
यहाँ मरीजों को सटीक निदान, नेक्स्ट जेनरेशन सीक्वेंसिंग (NGS) टेस्ट, कीमोथेरेपी, टार्गेटेड थेरेपी, इम्यूनोथेरेपी तक उनकी बीमारी की प्रकृति और आर्थिक वहन क्षमता के अनुसार विशेषज्ञ मार्गदर्शन प्रदान किया जाता है।
नई दवाओं से मरीजों के जीवन में सकारात्मक बदलाव
ऑन्कोलॉजी में उपलब्ध नवीन दवाओं और तकनीकों के कारण लंग कैंसर मरीजों के जीवन की गुणवत्ता और जीवनकाल में उल्लेखनीय सुधार देखा जा रहा है। एम्स भोपाल भविष्य में डिजिटल ऐप्स के विकास और ऐप-आधारित केयर मॉडल पर भी सहयोग करने के लिए इच्छुक है, जिससे कैंसर मरीजों को अस्पताल के बाहर भी निरंतर और प्रभावी देखभाल मिल सके।



