भोपाल। एम्स भोपाल के रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग ने अपने स्थापना दिवस को उत्साहपूर्ण माहौल में मनाया। यह विभाग 20 नवंबर 2019 को पहले मरीज को उपचार देने के साथ शुरू हुआ था। पिछले छह वर्षों में यह मध्य भारत में उन्नत कैंसर उपचार, अत्याधुनिक रेडियोथेरेपी तकनीकों, और विशेषज्ञ प्रशिक्षण का प्रमुख केंद्र बनकर उभरा है।
पोस्टर प्रतियोगिता से हुई कार्यक्रम की शुरुआत
स्थापना दिवस की शुरुआत पोस्टर प्रतियोगिता से हुई, जिसमें स्नातक और स्नातकोत्तर विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी देखने को मिली। प्रस्तुत किए गए पोस्टरों की वैज्ञानिक गुणवत्ता, प्रस्तुति, नवाचार और मौलिकता को विभागीय विशेषज्ञों ने सराहा। इस प्रतियोगिता ने विद्यार्थियों को शोध और वैज्ञानिक दृष्टिकोण को प्रदर्शित करने का अवसर दिया, जिससे आने वाले समय में कैंसर उपचार और सेवा प्रणाली को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
प्रो. (डॉ.) माधवानन्द कर का संबोधन: आधुनिक कैंसर उपचार में रेडिएशन ऑन्कोलॉजी की अहम भूमिका
एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक एवं सीईओ प्रो. (डॉ.) माधवानन्द कर ने रेडिएशन ऑन्कोलॉजी को आधुनिक कैंसर उपचार की रीढ़ बताते हुए कहा कि भारत में बढ़ते कैंसर मामलों के बीच मजबूत राष्ट्रीय डेटा, अनुसंधान–उन्मुख दृष्टिकोण और मरीज–केंद्रित सेवाओं का विस्तार अत्यंत आवश्यक है। उनके मार्गदर्शन ने छात्रों और चिकित्सकों को संवेदनशील, वैज्ञानिक और मानवीय उपचार पद्धतियों को अपनाने के लिए प्रेरित किया।
वैज्ञानिक सत्र: बहुविषयक प्रबंधन और रेडियोथेरेपी विज्ञान पर केंद्रित
वैज्ञानिक सत्रों में विशेषज्ञों ने “संयुक्त चिकित्सा पद्धति और बहुविषयक प्रबंधन” पर जोर दिया। बताया गया कि जब विभिन्न विशेषज्ञ मिलकर उपचार रणनीति बनाते हैं तो कैंसर उपचार अधिक प्रभावी और मरीज–हितैषी होता है। एक अन्य सत्र भौतिकी, रेडियोबायोलॉजी और नैदानिक अभ्यास का समन्वय पर आधारित रहा, जिसमें रेडियोथेरेपी के विकास, उसके वैज्ञानिक आधार और सुरक्षित उपचार प्रोटोकॉल पर विस्तार से चर्चा हुई।
गेस्ट लेक्चर: भारत की स्वास्थ्य सेवाओं की चुनौतियों पर चर्चा
स्थापना दिवस व्याख्यान में जीएमसी भोपाल के रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) एच. यू. गोरी ने भारत की स्वास्थ्य व्यवस्था, मौजूद चुनौतियों, तथा सेवा वितरण में नवाचार आधारित सुधार की संभावनाओं पर विचार व्यक्त किए। उन्होंने मरीज-प्रथम दृष्टिकोण और उच्च स्तरीय प्रशिक्षण को प्राथमिकता देने की आवश्यकता बताई।
उन्नत रेडिएशन तकनीकों पर विशेष सत्र
कार्यक्रम के दौरान आधुनिक कैंसर उपचार तकनीकों जैसे इमेज गाइडेड रेडियोथेरेपी (IGRT), स्टेरियोटैक्टिक रेडियोथेरेपी (SRT/SBRT), अनुकूलन आधारित रेडियोथेरेपी (ART), सटीक ट्यूमर-फोकस्ड उपचार विधियाँ पर विस्तृत जानकारी दी गई। इन तकनीकों से मरीजों को अधिक सुरक्षित, सटीक और प्रभावी उपचार प्राप्त होता है।
पुरस्कार वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन
स्थापना दिवस कार्यक्रम का समापन पोस्टर प्रतियोगिता में विजेताओं को सम्मानित करते हुए हुआ। कार्यक्रम ने एम्स भोपाल की कैंसर सेवाओं और शोध को नई दिशा देने का संकल्प दोहराया।
एम्स भोपाल रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग ने मनाया स्थापना दिवस: उन्नत कैंसर उपचार और शोध का छह वर्ष का सफल सफर
