एम्स भोपाल ने भोजपुर स्कूल में चलाया चिकित्सा उपकरण सुरक्षा पर जागरूकता अभियान

सुरक्षित उपकरण, सुरक्षित जीवन’ के संदेश के साथ बच्चों में बढ़ाई मेडिकल सेफ्टी की समझ

भोपाल। एम्स भोपाल लगातार चिकित्सा सुरक्षा, जनस्वास्थ्य और जागरूकता के क्षेत्र में सराहनीय पहलें कर रहा है। इसी क्रम में एम्स भोपाल के फार्माकोलॉजी विभाग ने भोजपुर (जिला रायसेन) के सरकारी मिडिल स्कूल में एक विशेष जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। यह पहल मटेरियोविजिलेंस प्रोग्राम ऑफ इंडिया (MvPI) के अंतर्गत मेडिकल डिवाइसेज़ एडवर्स इवेंट रिपोर्टिंग मॉनिटरिंग सेंटर एवं क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र (RTC) द्वारा, कम्युनिटी एंड फैमिली मेडिसिन विभाग के सहयोग से संपन्न हुई।

सत्र का मुख्य उद्देश्य छात्रों को चिकित्सा उपकरणों के सुरक्षित उपयोग और उनसे जुड़ी किसी भी प्रतिकूल घटना की रिपोर्टिंग के महत्व के बारे में शिक्षित करना था। इस मौके पर डॉ. अमन (सीनियर रेज़िडेंट) और मोहम्मद फैज़ान खान (फार्माकोलॉजी विभाग) ने छात्रों को बताया कि थर्मामीटर, ब्लड प्रेशर मॉनिटर, ग्लूकोमीटर, मास्क, सैनिटाइज़र और अस्थमा इनहेलर जैसे उपकरणों का सही उपयोग कैसे किया जाए।

कार्यक्रम के दौरान इंटरैक्टिव डेमोंस्ट्रेशन के माध्यम से छात्रों ने उपकरणों की कार्यप्रणाली को समझा और यह जाना कि ये हमारी सेहत की निगरानी और सुरक्षा में कितने महत्वपूर्ण हैं। छात्रों ने उत्साहपूर्वक मटेरियोविजिलेंस हेल्पलाइन नंबर 1800-180-3024 को समूह में दोहराया, जिससे यह सत्र न केवल ज्ञानवर्धक बल्कि मनोरंजक भी बन गया।

कार्यक्रम का समापन “सुरक्षित उपकरण, सुरक्षित जीवन” के संदेश के साथ हुआ। विद्यार्थियों ने संकल्प लिया कि वे इस जानकारी को अपने परिवार और समुदाय तक पहुँचाएंगे, ताकि चिकित्सा उपकरणों के सुरक्षित उपयोग के प्रति समाज में जागरूकता बढ़ सके।

एम्स भोपाल का यह अभियान जनस्वास्थ्य सुरक्षा की दिशा में एक और सार्थक कदम है, जो समाज में मेडिकल सेफ्टी, जिम्मेदारी और जागरूकता की भावना को प्रोत्साहित करता है।

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