एम्स भोपाल ने मनाई डॉ. भीमराव अंबेडकर की 135वीं जयंती: रक्तदान शिविर, स्वास्थ्य सेवाएं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन

भोपाल, । भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की 135वीं जयंती के अवसर पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल ने 11 अप्रैल से 14 अप्रैल तक विभिन्न जनसेवा कार्यक्रमों का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह के नेतृत्व में आयोजित इन कार्यक्रमों में चार दिवसीय रक्तदान शिविर, स्वास्थ्य शिविर, सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ एवं स्मृति समारोह शामिल रहे।
डॉ. अंबेडकर के सामाजिक न्याय, समानता और मानव गरिमा के सिद्धांतों को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से यह आयोजन किया गया। 14 अप्रैल को सरदार वल्लभभाई पटेल भवन में आयोजित मुख्य समारोह में डॉ. रजनीश जोशी (डीन, शैक्षणिक) एवं कर्नल अजीत कुमार (उप निदेशक, प्रशासन) मंचासीन रहे। समारोह की शुरुआत डॉ. अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण और शपथ ग्रहण से हुई।
शैक्षणिक और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ रहीं आकर्षण का केंद्र
इस अवसर पर डॉ. अरुण कोकणे (प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, सामुदायिक एवं पारिवारिक चिकित्सा विभाग) ने स्वागत भाषण दिया। इसके पश्चात प्रो. डॉ. बर्था राथिनम ने “भारत में लिंग समानता के वास्तुकार: डॉ. अंबेडकर” विषय पर तथा डॉ. अविनाश ठाकरे ने “सामाजिक एवं आर्थिक समानता हेतु डॉ. अंबेडकर का वैश्विक योगदान” विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया। 2023 बैच के विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं, जिनमें छात्र परिषद द्वारा आयोजित एक प्रभावशाली नाट्य मंचन भी शामिल था।
स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में बढ़-चढ़कर भागीदारी
11 से 14 अप्रैल तक आयोजित चार दिवसीय रक्तदान शिविर में संकाय सदस्य, रेज़िडेंट डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ और विद्यार्थी सक्रिय रूप से शामिल हुए। इस शिविर का उद्देश्य स्वैच्छिक रक्तदान के महत्व को उजागर करना एवं डॉ. अंबेडकर की सेवा भावना को सम्मान देना था। प्रमुख रूप से उपस्थित प्रो. (डॉ.) शशांक पुरवार (प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक), डॉ. संतोष वाकोड़े, डॉ. प्रशांत चवरे और अन्य संकाय सदस्यों ने आयोजन को सफल बनाने में योगदान दिया।
बंगाली कॉलोनी, हबीबगंज में आयोजित स्वास्थ्य शिविर
13 अप्रैल को बंगाली कॉलोनी, हबीबगंज में आयोजित स्वास्थ्य शिविर में 72 मरीजों की जाँच की गई। शिविर में रक्तचाप, ब्लड शुगर, हीमोग्लोबिन, और फंडोस्कोपी परीक्षण किए गए। 30 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों में हाइपरटेंशन, डायबिटीज़ एवं मौखिक कैंसर की स्क्रीनिंग की गई। संदिग्ध मरीजों को आगे की चिकित्सा जांच हेतु रेफर किया गया। इसके अतिरिक्त किशोरियों एवं महिलाओं को माहवारी स्वच्छता पर जागरूकता दी गई। इस शिविर का संचालन डॉ. अरुण कोकणे, डॉ. संतोष वाकोड़े और डॉ. श्याम लाल की देखरेख में किया गया।
प्रो. डॉ. अजय सिंह का संदेश
समापन समारोह में अपने संबोधन में प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने कहा, “डॉ. अंबेडकर का जीवन हमें यह सिखाता है कि राष्ट्र की प्रगति का मापदंड उसके सबसे कमजोर वर्ग के प्रति व्यवहार होता है। एम्स भोपाल डॉ. अंबेडकर के सामाजिक न्याय एवं समानता के सिद्धांतों को आत्मसात करते हुए समावेशी और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है।”
निष्कर्ष:
एम्स भोपाल द्वारा आयोजित ये विविध कार्यक्रम न केवल डॉ. अंबेडकर के विचारों को सम्मान देने का प्रतीक हैं, बल्कि एक समावेशी, न्यायसंगत और जनकल्याणकारी स्वास्थ्य व्यवस्था की दिशा में संस्थान की सशक्त प्रतिबद्धता को भी दर्शाते हैं।





