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भोपाल में मलखंभ की प्रैक्टिस के दौरान दर्दनाक हादसा, 11 वर्षीय बच्चे की गले में फंदा लगने से मौत

भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक दर्दनाक खेल दुर्घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। मलखंभ की प्रैक्टिस के दौरान 11 वर्षीय बालक की गले में रस्सी का फंदा लगने से मौत हो गई। यह हादसा उस वक्त हुआ जब बच्चा नियमित अभ्यास के लिए मैदान में गया था, लेकिन वेंटिलेशन पाइप से बंधी रस्सी जानलेवा बन गई।

प्रशिक्षण के दौरान फिसला पैर, फंदे ने ले ली मासूम जान

जानकारी के अनुसार, बालक मलखंभ की नियमित ट्रेनिंग ले रहा था। वह रस्सी के माध्यम से अभ्यास कर रहा था, तभी उसका संतुलन बिगड़ गया और रस्सी उसके गले में फंस गई। बताया जा रहा है कि रस्सी वेंटिलेशन पाइप से बंधी थी और जैसे ही वह नीचे गिरा, गला फंसने से उसका दम घुट गया।

परिजनों ने तुरंत पहुंचाया अस्पताल, नहीं बच सकी जान

हादसे के बाद साथी बच्चों और कोच ने तुरंत परिजनों को सूचना दी। परिजन बच्चे को आनन-फानन में अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन तब तक बहुमूल्य समय निकल चुका था। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद से परिजनों और स्थानीय खेल समुदाय में गहरा शोक और आक्रोश है।

मलखंभ सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल

यह हादसा खेल प्रशिक्षण स्थलों में सुरक्षा व्यवस्था की गंभीर अनदेखी को उजागर करता है। जिस प्रकार एक छोटी सी चूक से एक होनहार बालक की जान चली गई, उसने प्रशासन और खेल विभाग की जवाबदेही पर बड़ा प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है।

खेल और स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग

स्थानीय लोगों और परिजनों ने मांग की है कि जिस संस्थान में यह हादसा हुआ, वहां की सुरक्षा व्यवस्था की जांच की जाए और जिम्मेदारों पर कठोर कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोहराई न जाएं। भोपाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

निष्कर्ष:
भोपाल में मलखंभ अभ्यास के दौरान हुई यह दुखद घटना न केवल एक मासूम की जान ले गई, बल्कि खेल प्रशिक्षण स्थलों पर सुरक्षा की अनदेखी को लेकर प्रशासन के सामने चेतावनी बनकर सामने आई है। जरूरत है कि राज्य सरकार और खेल मंत्रालय इस मामले को गंभीरता से लेकर खेल सुरक्षा प्रोटोकॉल को मजबूत करें।

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