भोपाल। राजधानी भोपाल में गरीब नेत्रहीन दिव्यांग युवक से ठगी का गंभीर मामला सामने आया है। आरोपी ने खुद को मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का करीबी और उनके बंगले का कर्मचारी बताकर सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा दिया और पीड़ित से पैसे ऐंठ लिए। पीड़ित ने इस पूरे मामले की हबीबगंज थाना पुलिस से शिकायत की है।
पीड़ित की पहचान शिवकुमार ठाकरे, निवासी सिवनी जिले के एक गांव के रूप में हुई है। शिवकुमार ने पुलिस को बताया कि दीपक कुर्मी नाम के व्यक्ति ने उसे नगरीय प्रशासन विभाग में सरकारी नौकरी लगवाने का भरोसा दिलाया। आरोपी ने खुद को प्रभावशाली बताते हुए कहा कि उसकी सीधी पहुंच मंत्री कैलाश विजयवर्गीय तक है और वह उनके बंगले पर काम करता है।
पीड़ित ने बताया कि आर्थिक तंगी के कारण उसके पास खुद पैसे नहीं थे, इसलिए उसने अपनी बहन और मामा से पैसे मंगवाकर आरोपी के बताए खाते में ट्रांसफर कराए। आरोपी ने नौकरी लगवाने के नाम पर 10–10 हजार रुपए की दो किश्तों में कुल 20 हजार रुपए ले लिए।
जब काफी समय तक नौकरी नहीं लगी और आरोपी टालमटोल करता रहा, तो पीड़ित सच्चाई जानने के लिए भोपाल स्थित मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के बंगले पहुंचा। वहां जाकर उसे पता चला कि दीपक कुर्मी नाम का कोई भी व्यक्ति बंगले पर कार्यरत नहीं है। इसके बाद शिवकुमार को अपने साथ हुई ठगी का अहसास हुआ।
पीड़ित ने तत्काल हबीबगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने आवेदन के आधार पर जांच शुरू कर दी है और आरोपी की तलाश की जा रही है। पुलिस का कहना है कि तथ्यों की पुष्टि के बाद धोखाधड़ी की धाराओं में मामला दर्ज किया जाएगा।
इनका कहना है
मुझसे नौकरी लगवाने के नाम पर पैसे लिए गए। जब मैं बंगले पर पहुंचा तो पता चला कि ऐसा कोई कर्मचारी वहां है ही नहीं। मैं नेत्रहीन हूं, मेरे साथ धोखा हुआ है, मुझे न्याय चाहिए।
शिवकुमार ठाकरे, पीड़ित
भोपाल में ठगी का मामला: मंत्री का करीबी बताकर नेत्रहीन दिव्यांग से 20 हजार की ठगी
