भोपाल। विश्व होम्योपैथी दिवस 2025 के अवसर पर राजधानी भोपाल में भोपाल होम्योपैथी चिकित्सक संघ एवं धार्मार्थ होम्योपैथी क्लिनिक के संयुक्त तत्वावधान में एक भव्य एवं गरिमामय आयोजन संपन्न हुआ। यह आयोजन होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति के जनक डॉ. क्रिश्चियन सैमुअल हैनिमन की 217वीं जयंती के उपलक्ष्य में किया गया, जिनके योगदान ने होम्योपैथी को वैश्विक मान्यता दिलाई।
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. हैनिमन के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ की गई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में भेल भोपाल के महाप्रबंधक श्री जी.पी. बघेल उपस्थित रहे, जिन्होंने आयोजकों एवं चिकित्सकों के योगदान की सराहना की और भेल की ओर से भविष्य में भी इस तरह के सामाजिक स्वास्थ्य प्रयासों को सहयोग देने का आश्वासन दिया।
धार्मार्थ होम्योपैथी क्लिनिक का उल्लेखनीय योगदान
बरखेड़ा, पिपलानी क्षेत्र में स्थित धार्मार्थ होम्योपैथी क्लिनिक विगत 35 वर्षों से नि:शुल्क चिकित्सा सेवा प्रदान कर रहा है। इस क्लिनिक की स्थापना श्री डी.एस. चंदेल द्वारा की गई थी, जो आज भी 80 वर्ष की आयु में समाजसेवा के लिए कार्यरत हैं और युवा होम्योपैथिक डॉक्टरों को प्रेरित कर रहे हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंच रही स्वास्थ्य सेवाएं
क्लिनिक की अध्यक्ष डॉ. शशि जोशी ने बताया कि यह संस्था हर वर्ष भोपाल के आसपास के ग्रामीण एवं पिछड़े क्षेत्रों में 20 से 25 नि:शुल्क होम्योपैथिक स्वास्थ्य शिविर आयोजित करती है, जिससे हजारों जरूरतमंदों को लाभ मिलता है।
सेवा में समर्पित चिकित्सकों की टीम
इस क्लिनिक को एक समर्पित और अनुभवी टीम द्वारा संचालित किया जा रहा है, जिसमें शामिल हैं:
डॉ. सरोज अग्रवाल
डॉ. कमलेंद्र कुमार
डॉ. विनोद खैरनार
डॉ. रत्नमाला शर्मा (सहसचिव)
डॉ. के.एस. दुबे
डॉ. देवीराम नरवरे
डॉ. अनिरुद्ध मोरे (सचिव)
डॉ. शिवांगी नायक
डॉ. निखिल गौर
डॉ. सुदीप शाह
मंथन फाउंडेशन का सहयोग
इस अवसर पर मंथन फाउंडेशन के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया। यह संस्था शिक्षा एवं समाजसेवा के क्षेत्र में सक्रिय है और धार्मार्थ होम्योपैथी क्लिनिक के साथ मिलकर समुदाय के लिए कार्य कर रही है।
विश्व होम्योपैथी दिवस पर सामाजिक स्वास्थ्य सेवाओं की मिसाल बनी भोपाल
भोपाल में आयोजित यह कार्यक्रम न सिर्फ डॉ. हैनिमन के सिद्धांतों को सम्मानित करने का माध्यम बना, बल्कि यह दिखाता है कि किस प्रकार नि:शुल्क होम्योपैथी सेवा और स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से जनस्वास्थ्य में क्रांतिकारी योगदान संभव है।
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भोपाल में 271वां विश्व होम्योपैथी दिवस धूमधाम से मनाया गया, नि:शुल्क चिकित्सा सेवा देने वाली क्लिनिकों के योगदान को किया गया सम्मानित
