मुंबई लोकल में दरिंदगी: चलती ट्रेन से 18 वर्षीय कॉलेज छात्रा को धक्का, महिला कोच में घुसा आरोपी

मुंबई। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पनवेल और खंडेश्वर रेलवे स्टेशन के बीच चलती लोकल ट्रेन में एक 18 वर्षीय कॉलेज छात्रा को कथित तौर पर मोहम्मद अख्तर नवाज नामक युवक ने बहस के बाद चलती ट्रेन से नीचे धकेल दिया। यह घटना उस समय हुई जब आरोपी महिला कोच में अवैध रूप से घुसा हुआ था।

महिला कोच में घुसपैठ, बहस के बाद जानलेवा हमला

प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, आरोपी युवक महिला कोच में चढ़ गया था, जो नियमों के स्पष्ट उल्लंघन के साथ-साथ महिलाओं की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है। ट्रेन के अंदर किसी बात को लेकर छात्रा और आरोपी के बीच बहस हुई, जो देखते ही देखते हिंसक रूप ले गई। इसी दौरान आरोपी ने चलती लोकल ट्रेन से छात्रा को धक्का दे दिया।

चलती ट्रेन से गिरने के बाद मचा हड़कंप

घटना के बाद ट्रेन में अफरा-तफरी मच गई। यात्रियों ने तुरंत चेन खींची और रेलवे प्रशासन को सूचना दी। घायल अवस्था में छात्रा को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी हालत को लेकर चिकित्सकों की निगरानी जारी है। रेलवे पुलिस (GRP) और RPF ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी।

रेलवे सुरक्षा और पुलिस व्यवस्था पर सवाल

इस घटना ने एक बार फिर मुंबई लोकल ट्रेनों में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। महिला कोच में पुरुषों का घुसना कोई नई बात नहीं, लेकिन ऐसे मामलों में सख्ती न होना इस तरह की घटनाओं को बढ़ावा देता है। सवाल यह भी उठ रहा है कि महिला कोच में सुरक्षा कर्मी क्यों मौजूद नहीं थे?

आरोपी की पहचान, सख्त कार्रवाई की मांग

पुलिस ने आरोपी की पहचान मोहम्मद अख्तर नवाज के रूप में की है और उसके खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। छात्र संगठनों, महिला अधिकार समूहों और आम नागरिकों ने आरोपी के खिलाफ कड़ी से कड़ी सजा और महिला कोचों की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है।

महिलाओं की सुरक्षा केवल नारा नहीं

यह घटना याद दिलाती है कि महिलाओं की सुरक्षा केवल पोस्टर और नारों तक सीमित नहीं होनी चाहिए। महिला कोच का उल्लंघन, लापरवाही और कानून की ढिलाई किसी की जान पर भारी पड़ सकती है।

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