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एकलव्य बाथम ने 21वीं लंगकावी इंटरनेशनल रेगाटा पेरदाना, मलेशिया 2025 में जीता स्वर्ण पदक

भोपाल । मध्यप्रदेश खेल अकादमी के प्रतिभाशाली सेलिंग खिलाड़ी एकलव्य बाथम ने 21वीं लंगकावी इंटरनेशनल रेगाटा पेरदाना 2025 में स्वर्ण पदक जीतकर भारत का नाम रोशन किया है। यह प्रतिष्ठित सेलिंग प्रतियोगिता 20 से 25 जनवरी 2025 तक मलेशिया के लंगकावी में आयोजित की गई थी। एकलव्य ने ILCA 4 Boys वर्ग में शानदार प्रदर्शन करते हुए पहला स्थान प्राप्त किया और भारत के लिए स्वर्ण पदक अर्जित किया।

प्रतियोगिता के परिणाम:

1. एकलव्य बाथम – भारत – स्वर्ण


2. मुहम्मद एडम ऐरेल बिन मोहम्मद अज़ीज़ोल अमीरुल – मलेशिया – रजत


3. इक़बाल नज़म बिन मुसमुलियादि – मलेशिया – कांस्य



इस प्रतियोगिता में ILCA 4 Boys वर्ग में कुल 23 खिलाड़ियों ने भाग लिया था। एकलव्य ने अपने कौशल, संतुलन, और रणनीति का बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए अपने प्रतिद्वंद्वियों को पछाड़ते हुए स्वर्ण पदक जीता।

खेल मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने दी बधाई

मध्यप्रदेश के खेल मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने एकलव्य बाथम की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त किया और उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा, “मध्यप्रदेश खेल अकादमी के खिलाड़ियों का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन हमारे लिए गर्व की बात है। एकलव्य बाथम की यह उपलब्धि युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करेगी और राज्य में सेलिंग खेल को और अधिक बढ़ावा मिलेगा। हम उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं।”

कोच और खेल अकादमी ने दी शुभकामनाएं

मध्यप्रदेश सेलिंग अकादमी के प्रशिक्षकों और अधिकारियों ने भी एकलव्य को उनकी सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं। प्रशिक्षक नरेन्द्रसिंह राजपूत ने बताया कि एकलव्य की मेहनत, अनुशासन और समर्पण का यह परिणाम है। उनकी इस जीत से अकादमी के अन्य खिलाड़ियों को भी प्रेरणा मिलेगी।

मध्यप्रदेश सेलिंग अकादमी का शानदार प्रदर्शन

मध्यप्रदेश सेलिंग अकादमी ने पिछले कुछ वर्षों में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। इस प्रतियोगिता में एकलव्य की स्वर्णिम सफलता ने राज्य को फिर से गौरवान्वित किया है।

अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में एकलव्य का जलवा

एकलव्य बाथम ने प्रतियोगिता में शुरुआत से ही शानदार प्रदर्शन किया और फाइनल तक अपनी बढ़त बनाए रखी। उनकी रणनीति, संतुलन और तेज गति की बदौलत उन्होंने स्वर्ण पदक प्राप्त किया।

यह उपलब्धि न केवल मध्यप्रदेश बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व की बात है। उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में एकलव्य और भी अधिक सफलताएँ अर्जित करेंगे और देश का नाम रोशन करेंगे।

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