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एक प्रारुप से दूसरे में ढ़लना कठिन : बेयरस्टो

नॉर्थ साउंड । इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो खेल के तीनों ही प्रारुपों में अब तक शानदार प्रदर्शन करते आये हैं। टी20 विश्वकप में भी इस बार इंग्लैंड की टीम के सुपर आठ में पहुंचने में उनकी अहम भूमिका रही है। बेयरस्टो ने कहा कि प्रदर्शन के कारण ही वह लंबे समय से तीनों ही प्रारुपों में बने हुए हैं। उन्होंने स्वीकार किया है कि यह एक कठिन काम है, लेकिन फिर भी उस संतुलन को बनाए रखने का पूरा प्रयास कर रहे हैं। बेयरस्टो ने कहा कि कभी-कभी एक प्रारूप से दूसरे प्रारूप में ढलना कठिन होता है और इसमें थोड़ा बदलाव करना पड़ता है पर ये कुछ ऐसा है जो मैंने अपने पूरे करियर में किया है। इसलिए मैं इसमें कुछ भी बदलाव नहीं करूंगा। इस मामले में थ में खुशकिस्मत हूं कि इंग्लैंड के लिए तीनों प्रारूपों में खेल रहा हूं।
बेयरस्टो ने कहा कि मैं टेस्ट में विकेटकीपिंग और बल्लेबाजी करना पसंद करूंगा। यह वही है जो मैं करना चाहता था। मैंने इसके बारे में सोचने में ज्यादा समय नहीं बिताया है। खेल लगातार और तेजी से आ रहे हैं। मुझे लगता है कि मैंने ऐसा किया है। इस साल की शुरुआत में जब हम घर से निकले थे तब से लगभग पांच रातें घर पर बिताईं। इस दौरान अलग अलग जगह पर खेला। ऐसा कर आप सीखने की कोशिश करते रहते हैं, आप उन अनुभवों और चुनौतियों का आनंद लेते रहते हैं जो आपके सामने आते हैं और मुझे लगता है कि यह महत्वपूर्ण बात है। बेयरस्टो ने कहा कि कभी-कभी एक प्रारूप से दूसरे प्रारूप में ढलना कठिन होता है और इसमें थोड़ा बदलाव करना पड़ता है

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