नई दिल्ली। देश के 12 राज्यों में होने जा रही SIR (Special Intense Revision) प्रक्रिया पर कांग्रेस ने बड़ा विरोध दर्ज कराया है। इसी मुद्दे को लेकर आज एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें पार्टी ने दिसंबर के पहले सप्ताह में दिल्ली के रामलीला मैदान में विशाल रैली आयोजित करने का निर्णय लिया। पार्टी का आरोप है कि SIR का इस्तेमाल चुनाव आयोग के राजनीतिकरण और मतदाता सूची में “टारगेटेड डिलीशन” के लिए किया जा रहा है। AICC मीडिया और पब्लिसिटी विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा ने बताया कि SIR की प्रक्रिया शुरुआत से ही विवादों में रही है और कई राज्यों में चुनिंदा लोगों के नाम मतदाता सूची से हटाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में पहले जो हुआ, वही नीति अब अन्य राज्यों में लागू की जा रही है, जो लोकतांत्रिक अधिकारों पर सीधा हमला है।
खेड़ा ने याद दिलाया कि कांग्रेस पार्टी ने बिहार चुनाव से पहले SIR की खामियों को उजागर करने के लिए ‘वोटर अधिकार यात्रा’ निकाली थी, जिसके माध्यम से देशभर में जागरूकता फैलाई गई। उन्होंने कहा कि SIR को लेकर सुप्रीम कोर्ट के पाँच आदेश भी आए, जिनमें चुनाव आयोग की प्रक्रियाओं पर गंभीर सवाल उठे थे।
कांग्रेस पार्टी ने देशभर में हस्ताक्षर अभियान भी चलाया, जिसमें 5 करोड़ से अधिक हस्ताक्षर एकत्र हुए। खेड़ा के अनुसार, यह केवल पार्टी नहीं, बल्कि नागरिकों की भागीदारी वाला जनआंदोलन है। उन्होंने कहा कि अगर किसी भी मतदाता का अधिकार छीना जाएगा, तो हम आवाज उठाएंगे। यह हमारा कर्तव्य है और लोकतंत्र की रक्षा के लिए यह लड़ाई हम पूरी मजबूती से लड़ेंगे। दिसंबर की प्रस्तावित रैली को पार्टी SIR के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर के आंदोलन का रूप देने की तैयारी में है।
दिल्ली में SIR के खिलाफ कांग्रेस की बड़ी रैली का ऐलान, दिसंबर के पहले सप्ताह में रामलीला मैदान में होगा शक्ति प्रदर्शन
