गुवाहाटी। असम में एक छात्रा और उसके शिक्षक का कथित MMS वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामला राज्यभर में चर्चा का विषय बन गया है। वीडियो के फैलते ही दोनों को लेकर तरह-तरह की अटकलें, आरोप और प्रतिक्रियाएं सामने आने लगीं। इसी बीच अब इस प्रकरण में नया मोड़ तब आया, जब छात्रा और शिक्षक ने आपसी सहमति से विवाह कर लिया, जिसका वीडियो भी सार्वजनिक हो गया है।
वायरल वीडियो के बाद बढ़ा सामाजिक दबाव
सूत्रों के अनुसार, कथित MMS वायरल होने के बाद दोनों को सामाजिक दबाव, मानसिक तनाव और विवादों का सामना करना पड़ा। मामला पुलिस और प्रशासनिक स्तर तक चर्चा में रहा, वहीं सोशल मीडिया पर भी तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। इसी पृष्ठभूमि में दोनों परिवारों के बीच बातचीत हुई और कानूनी व पारिवारिक सहमति से शादी का निर्णय लिया गया।
शादी का वीडियो आया सामने
अब जो विवाह का वीडियो सामने आया है, उसमें दोनों पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ विवाह करते नजर आ रहे हैं। वीडियो के सामने आने के बाद यह मामला एक बार फिर सुर्खियों में है और लोग इसे अलग-अलग नजरिये से देख रहे हैं—कुछ इसे सामाजिक दबाव का परिणाम बता रहे हैं, तो कुछ इसे दोनों का निजी फैसला मान रहे हैं।
प्रशासन और कानून का पक्ष
फिलहाल इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि वायरल वीडियो की प्रामाणिकता क्या है और उसे किसने प्रसारित किया। विशेषज्ञों का कहना है कि MMS या निजी वीडियो का वायरल होना साइबर अपराध की श्रेणी में आता है और ऐसे मामलों में जांच आवश्यक होती है। शादी हो जाने के बावजूद, यदि वीडियो अवैध रूप से प्रसारित किया गया है, तो उस पर कानूनी कार्रवाई अलग से हो सकती है।
संवेदनशीलता और निजता का सवाल
यह मामला एक बार फिर सोशल मीडिया की जिम्मेदारी, निजता के अधिकार और नैतिक सीमाओं पर सवाल खड़े करता है। जानकारों का कहना है कि ऐसे मामलों में अफवाहों से बचना और कानून के दायरे में रहकर ही टिप्पणी करना जरूरी है।
>नोट: यह खबर सार्वजनिक रूप से सामने आई जानकारी पर आधारित है। संबंधित व्यक्तियों की निजता और कानूनी प्रक्रिया का सम्मान किया जाना चाहिए।
असम में छात्रा–शिक्षक MMS विवाद के बाद शादी, सामने आया विवाह का वीडियो
