
अब ‘नमो भारत’ भी शूटिंग स्टूडियो बनती जा रही है
गाजियाबाद। अभी तक विदेशों या पश्चिम देशों में देखने ओर सुनने में आता था कि वहां पर बीच सड़क पर या बस ट्रेन में कपल्स सेक्स करते हुए या पोर्न वीडियो बनाते हुए दिखाई दिए जाते जो कि वहां के लिए आम बात होती रही है बताई जाती लेकिन अब इन कारनामों के लिए भारत भी पीछे नहीं रहा है । अभी ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें दिल्ली की आरआरटीएस बस में एक कपल्स सेक्स करते हुए दिखाई दे रहे हैं । दिल्ली के बीच चलने वाली RRTS (नमो भारत) को जिस उद्देश्य से शुरू किया गया था, तेज़, सुरक्षित और अनुशासित परिवहन वह अब धीरे-धीरे रील कल्चर की भेंट चढ़ता दिख रहा है।
मेट्रो में पहले ही यह बीमारी फैल चुकी थी, अब ट्रेनों को भी इंस्टाग्राम शूटिंग लोकेशन बना दिया गया है।
कोच के अंदर कैमरा ऑन, सीट, पोल और दरवाज़ों को प्रॉप की तरह इस्तेमाल, ऊँची आवाज़ में डायलॉग, गाने, रील स्टाइल एंट्री
बाकी यात्रियों की असुविधा की कोई परवाह नहीं यह सिर्फ मज़ा या क्रिएटिविटी नहीं है, बल्कि सार्वजनिक परिवहन के अनुशासन का खुला मज़ाक है।
असली सवाल
क्या RRTS शूटिंग के लिए बनाई गई है?
क्या यात्रियों की निजता और सुरक्षा कोई मायने नहीं रखती?
क्या हर सार्वजनिक जगह को कंटेंट फैक्ट्री बनाना ज़रूरी है?
RRTS जैसे हाई-स्पीड, सेमी-हाई सिक्योरिटी सिस्टम में अव्यवस्थित शूटिंग
सुरक्षा जोखिम भी पैदा करती है
आपात स्थिति में बाधा बन सकती है
और सिस्टम की गंभीरता को खत्म करती है
सार्वजनिक परिवहन रील्स के लिए नहीं, नागरिकों की सुविधा के लिए होता है।
अब सवाल यह है, प्रशासन कब जागेगा?





