मुरैना की 5 वर्षीय कृतिका उपाध्याय बनी सनातन ज्ञान की मिसाल, वेद-पुराण से लेकर आयुर्वेद तक अद्भुत समझ

मध्यप्रदेश के मुरैना जिले से एक चमत्कारी प्रतिभा सामने आई है। महज 5 वर्ष 6 माह की कृतिका उपाध्याय ने अपनी असाधारण स्मरण शक्ति और आध्यात्मिक ज्ञान से सभी को अचंभित कर दिया है। सनातन धर्म, वेद-पुराण, नाड़ी शास्त्र और आयुर्वेदिक ज्ञान पर उसकी पकड़ देखकर लोग उसे साक्षात सरस्वती का अवतार कह रहे हैं।
विस्तृत समाचार:
मुरैना जिले की नन्ही बालिका कृतिका उपाध्याय आज क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। इतनी कम उम्र में कृतिका को सनातन धर्म की गहरी समझ है। वह राम, कृष्ण, राधा, शिव, हनुमान सहित अनेक देवी-देवताओं के जीवन चरित्र, उनकी कलाओं और धार्मिक महत्व के बारे में सहजता से जानकारी देती है। आश्चर्य की बात यह है कि कृतिका केवल कथाएं ही नहीं सुनाती, बल्कि देवी-देवताओं की जन्म कुंडली और उनसे जुड़े ज्योतिषीय तथ्यों पर भी बातचीत कर लेती है।
परिवारजनों के अनुसार कृतिका की रुचि शुरू से ही धार्मिक ग्रंथों और शास्त्रों में रही है। वह वेद-पुराणों के प्रसंगों को सुनकर तुरंत याद कर लेती है और अपने शब्दों में उन्हें दोहराती है। आयुर्वेदिक ज्ञान के प्रति भी उसका आकर्षण है और वह जड़ी-बूटियों व उनके गुणों के बारे में जिज्ञासा रखती है।
स्थानीय लोग और संत-महात्मा कृतिका की इस असाधारण प्रतिभा को दैवीय कृपा मानते हैं। उनका कहना है कि आज के आधुनिक युग में जब बच्चे मोबाइल और गेम्स में उलझे रहते हैं, ऐसे में कृतिका जैसी बाल प्रतिभा सनातन संस्कृति और भारतीय ज्ञान परंपरा के लिए आशा की किरण है।
निष्कर्ष:
मुरैना की कृतिका उपाध्याय न केवल एक बाल प्रतिभा हैं, बल्कि सनातन धर्म, वेद-पुराण और भारतीय ज्ञान परंपरा की जीवंत मिसाल भी हैं। उनकी यह अद्भुत यात्रा आने वाले समय में अनेक बच्चों और अभिभावकों के लिए प्रेरणा बन सकती है।



