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UP पुलिस की भारी चूक: चोर की जगह महिला जज नगमा खान को बना दिया आरोपी, घर पर मारी रेड

आगरा (उत्तर प्रदेश) । उत्तर प्रदेश पुलिस की लापरवाही एक बार फिर सुर्खियों में है। आगरा में चोरी के एक मामले में फरार आरोपी की तलाश के दौरान पुलिस ने ऐसी चूक कर दी, जिसने न्याय व्यवस्था की गरिमा पर सवाल खड़े कर दिए। सोशल मीडिया पर वायरल एक मामले के अनुसार, पुलिस ने फरार आरोपी की जगह उद्घोषणा पत्र में महिला जज नगमा खान का नाम लिख दिया और उनके घर पर बाकायदा रेड तक मार दी।

क्या है पूरा मामला?

मामला एक चोरी से जुड़ा हुआ है, जिसमें आरोपी काफी समय से फरार चल रहा था। उसे पकड़ पाना मुश्किल हो रहा था, जिसके चलते पुलिस ने उद्घोषणा पत्र जारी करने का फैसला लिया। लेकिन जिस जज ने उद्घोषणा आदेश पारित किया था, पुलिस ने उसी जज नगमा खान को उद्घोषणा पत्र में आरोपी बना दिया।

इतना ही नहीं, पुलिस की एक टीम जज नगमा खान के आवास पर जांच के लिए पहुंच गई। वहां जज साहिबा नहीं मिलीं, तो पुलिस ने रिपोर्ट में लिखा कि “नगमा खान घर पर नहीं हैं, अगली कार्रवाई की जाए।”

कोर्ट का सख्त रुख

यह मामला जब न्यायालय के संज्ञान में आया तो कोर्ट ने इसे गंभीर लापरवाही करार दिया। कोर्ट ने स्पष्ट शब्दों में कहा,

> “जिस अधिकारी को उद्घोषणा तामील करनी थी, उसे न प्रक्रिया की जानकारी है और न यह समझ है कि आदेश किसके खिलाफ है। यह सीधे तौर पर ड्यूटी में घोर लापरवाही है।”



आईजी आगरा रेंज को दिए गए जांच के आदेश

कोर्ट ने इस पूरे घटनाक्रम को गंभीर मानते हुए आईजी आगरा रेंज को निर्देश दिया है कि संबंधित पुलिस अफसर के खिलाफ विभागीय जांच की जाए और कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।




सोशल मीडिया पर बना मज़ाक का विषय

इस शर्मनाक भूल के बाद सोशल मीडिया पर यूपी पुलिस की काफी किरकिरी हो रही है। यूजर्स व्यंग्य करते हुए कह रहे हैं कि “अब पुलिस अपराधियों को नहीं, जजों को ही आरोपी बना रही है।” कुछ ने इसे “खाकी का नया कमाल” बताया तो कुछ ने कहा, “चोर को पकड़ना था, जज को पकड़ लिया!”




निष्कर्ष

यह घटना सिर्फ एक प्रशासनिक भूल नहीं, बल्कि पूरे न्यायिक तंत्र पर प्रश्नचिन्ह लगाने वाली है। यदि कानून की रक्षा करने वाली पुलिस ही जज को आरोपी बना दे, तो आम जनता की सुरक्षा की उम्मीद कैसे की जा सकती है? अब देखना यह है कि दोषी अफसर पर क्या कठोर कार्रवाई होती है और क्या यूपी पुलिस अपनी छवि सुधारने की दिशा में कोई ठोस कदम उठाती है।

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