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हरिद्वार में बन रहा विश्व का सबसे बड़ा ‘विश्व सनातन महापीठ’, 1000 करोड़ की ऐतिहासिक परियोजना

हरिद्वार। सनातन धर्म, भारतीय संस्कृति और वैदिक परंपराओं के संरक्षण की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल के तहत हरिद्वार में विश्व का सबसे बड़ा विश्व सनातन महापीठ निर्मित किया जा रहा है। यह भव्य धार्मिक-सांस्कृतिक परियोजना तीर्थ सेवा न्यास द्वारा विकसित की जा रही है, जो आने वाले समय में सनातन चेतना का वैश्विक केंद्र बनेगी।


100 एकड़ भूमि पर 1000 करोड़ की भव्य योजना
प्राप्त जानकारी के अनुसार विश्व सनातन महापीठ का निर्माण करीब 100 एकड़ भूमि पर किया जाएगा, जिसकी अनुमानित लागत लगभग 1000 करोड़ रुपये बताई जा रही है। यह परियोजना न केवल आकार में विशाल होगी, बल्कि अपने उद्देश्य और दृष्टि के कारण भी इसे सनातन इतिहास की सबसे बड़ी संस्थागत संरचना माना जा रहा है।


2032 तक चरणबद्ध निर्माण का लक्ष्य
इस महत्त्वाकांक्षी परियोजना का निर्माण कार्य चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा। न्यास का लक्ष्य है कि वर्ष 2032 तक विश्व सनातन महापीठ पूरी तरह तैयार हो जाए। निर्माण के प्रत्येक चरण में वास्तु, वैदिक शास्त्रों और पारंपरिक भारतीय स्थापत्य कला का विशेष ध्यान रखा जाएगा।


क्या-क्या होगा विश्व सनातन महापीठ में
इस विशाल परिसर में सनातन धर्म के विभिन्न आयामों को समाहित किया जाएगा। प्रस्तावित प्रमुख घटक इस प्रकार हैं
सनातन संसद
यह एक ऐसा मंच होगा जहां धर्माचार्य, संत, विद्वान और विचारक सनातन धर्म से जुड़े वैश्विक मुद्दों, सांस्कृतिक चुनौतियों और समाज सुधार पर मंथन करेंगे। इसे सनातन विचार विमर्श का सर्वोच्च मंच माना जा रहा है।


वैदिक गुरुकुल
यहां वेद, उपनिषद, दर्शन, आयुर्वेद, ज्योतिष और संस्कृत की पारंपरिक शिक्षा दी जाएगी। गुरुकुल पद्धति के माध्यम से नई पीढ़ी को भारतीय ज्ञान परंपरा से जोड़ा जाएगा।


भव्य मंदिर परिसर
परिसर में सनातन आस्था के प्रमुख देवताओं के मंदिर स्थापित किए जाएंगे, जो न केवल पूजा-अर्चना का केंद्र होंगे, बल्कि आध्यात्मिक ऊर्जा और साधना का स्थल भी बनेंगे।


प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र
यह केंद्र धर्म प्रचारकों, आचार्यों और सेवाव्रती कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण के लिए होगा। यहां सनातन संस्कृति, सामाजिक सेवा, योग, ध्यान और जीवन मूल्यों पर आधारित प्रशिक्षण दिया जाएगा।


वैश्विक स्तर पर सनातन धर्म की आवाज़
विशेषज्ञों का मानना है कि विश्व सनातन महापीठ भविष्य में सनातन धर्म की वैश्विक पहचान और समन्वय का केंद्र बनेगा। इससे न केवल भारत, बल्कि दुनिया भर में फैले सनातन अनुयायियों को एक साझा मंच मिलेगा।


धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
हरिद्वार पहले से ही एक प्रमुख तीर्थ नगरी है। इस महापीठ के निर्माण से धार्मिक पर्यटन, रोजगार और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा। हरिद्वार में बन रहा विश्व सनातन महापीठ केवल एक भवन नहीं, बल्कि सनातन संस्कृति, विचार और परंपरा का जीवंत प्रतीक होगा। यह परियोजना आने वाली पीढ़ियों के लिए सनातन धर्म की जड़ों को मजबूत करने और उसे वैश्विक मंच पर स्थापित करने में निर्णायक भूमिका निभाएगी।

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