जम्मू एयरपोर्ट पर आतंकी हमला, भारत ने लाहौर पर किया जवाबी एक्शन – हाई अलर्ट पर एयरफोर्स और नेवी

नई दिल्ली/जम्मू। जम्मू एयरपोर्ट पर हुए संदिग्ध हवाई हमले के बाद भारत में सैन्य और सुरक्षा स्थिति गंभीर हो गई है। हमले के तुरंत बाद जम्मू में पावर ग्रिड को बंद कर दिया गया और संपूर्ण क्षेत्र ब्लैकआउट में चला गया। सुरक्षा कारणों से वैष्णो देवी मंदिर परिसर को भी पूरी तरह ब्लैकआउट कर दिया गया।

नेवी और एयरफोर्स एक्शन मोड में, बॉर्डर इलाकों से लोगों को हटाया गया

घटनाक्रम के बाद भारतीय वायुसेना और नौसेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, राजस्थान के बीकानेर, गंगानगर और जैसलमेर के उन गांवों को खाली कराया जा रहा है, जो पाकिस्तान सीमा से 20 किलोमीटर के दायरे में आते हैं। बीकानेर में भी ब्लैकआउट लागू कर दिया गया है और स्थानीय प्रशासन ने लोगों से घरों में रहने की अपील की है।


भारत का जवाबी एक्शन: लाहौर में हुई कार्रवाई

जम्मू एयरपोर्ट हमले के बाद भारत ने जवाबी सैन्य कार्रवाई करते हुए लाहौर में एयरस्ट्राइक को अंजाम दिया है। सूत्रों के अनुसार, इस कार्रवाई को इंडियन आर्मी और एयरफोर्स ने मिलकर अंजाम दिया, जिसका उद्देश्य था आतंकी लॉन्च पैड्स को निशाना बनाना। यह ऐतिहासिक सैन्य कार्रवाई मानी जा रही है, जिसका व्यापक रणनीतिक प्रभाव पड़ सकता है।

उच्च स्तरीय रक्षा बैठक, अमेरिका से सैन्य संवाद जारी

घटना के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ आपात बैठक की। बैठक में सुरक्षा रणनीति, जवाबी कार्रवाइयों और नागरिक सुरक्षा व्यवस्था पर विस्तृत चर्चा की गई।

वहीं, भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) से संपर्क साधा है। भारत और अमेरिका के बीच रक्षा सहयोग और खुफिया जानकारी साझा करने की प्रक्रिया सक्रिय कर दी गई है।

निष्कर्ष:

जम्मू एयरपोर्ट पर हवाई हमला और उसके बाद की घटनाएं भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर एक बड़ा अलर्ट हैं। भारत की जवाबी सैन्य कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि देश अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए पूरी तरह से तत्पर है। आने वाले समय में क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर इस कार्रवाई का प्रभाव गहरा हो सकता है।

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