SHOCKING! भ्रष्टाचार की जांच करने वाला लोकपाल खुद बना ‘लक्ज़री का पाल’? ₹5 करोड़ में खरीदी जाएंगी 7 BMW कारें!

नई दिल्ली। भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के लिए बने भारत के लोकपाल कार्यालय पर अब शानो-शौकत के खर्च को लेकर सवाल उठने लगे हैं। सूत्रों के अनुसार, लोकपाल सचिवालय ने हाल ही में 7 BMW कारों की खरीद के लिए टेंडर जारी किया है, जिनकी कीमत लगभग 70 लाख रुपए प्रति कार बताई जा रही है। यानी कुल मिलाकर करीब ₹5 करोड़ का लक्ज़री खर्च सरकारी खजाने से किया जाएगा।
यह ख़बर सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने लोकपाल की कार्यशैली पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। आलोचकों का कहना है कि जो संस्था भ्रष्टाचार की जांच के लिए बनाई गई थी, वही अब वीआईपी आराम में डूबी दिख रही है।
कई पूर्व नौकरशाहों और जनहित कार्यकर्ताओं ने इसे संविधान की भावना के विपरीत कदम बताया है। उनका कहना है कि जनता उम्मीद करती है कि पारदर्शिता की निगरानी करने वाले संस्थान सादगी और जवाबदेही का उदाहरण पेश करें न कि विलासिता के प्रतीक बनें। यह मामला एक बड़े सवाल को जन्म देता है क्या लोकपाल खुद उस पाखंड का हिस्सा बन रहा है, जिसके खिलाफ वह खड़ा हुआ था?