सनातन धर्म बोर्ड का गठन होना चाहिए : अनिल बाजपेई
**भोपाल:** श्री परशुराम इंटरनेशनल के राष्ट्रीय महासचिव **अनिल बाजपेई** ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर **सनातन धर्म बोर्ड** के गठन की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस बोर्ड की स्थापना से हिंदू धर्म की रक्षा और धर्मांतरण की घटनाओं पर लगाम लगाई जा सकेगी। बाजपेई ने कहा कि इस बोर्ड के सभी निर्णयों का पालन सभी सनातन धर्म प्रेमियों को करना होगा, जिससे धर्म की एकता और मजबूती बनी रहेगी।
**धर्मांतरण पर रोकथाम और मंदिरों का प्रबंधन**
अनिल बाजपेई के अनुसार, यह बोर्ड उन हिंदुओं के धर्मांतरण को रोकने के लिए सक्रिय रूप से काम करेगा, जो किसी भी परिस्थिति में अपना धर्म परिवर्तन कर चुके हैं। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि भारत में जितने भी मंदिर हैं, उनके रखरखाव और प्रबंधन की जिम्मेदारी **सनातन धर्म बोर्ड** को सौंपी जानी चाहिए। इससे मंदिरों के संचालन में पारदर्शिता और नियमबद्धता सुनिश्चित होगी।
**तिरुपति बालाजी मंदिर का उल्लेख**
अनिल बाजपेई ने विशेष रूप से **तिरुपति बालाजी मंदिर** का जिक्र करते हुए कहा कि वहां नकली घी से प्रसाद तैयार किया जा रहा है, जो कि श्रद्धालुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ है। उन्होंने इस मामले की गहन जांच कराने और ऐसे मंदिर ट्रस्टों को **सनातन धर्म बोर्ड** के अधीन लाने की बात कही, ताकि ऐसी समस्याओं से छुटकारा मिल सके।
**सरकार से जल्द कार्रवाई की मांग**
अनिल बाजपेई ने सरकार से आग्रह किया है कि वह जल्द से जल्द **सनातन धर्म बोर्ड** के गठन की दिशा में ठोस कदम उठाए, ताकि हिंदू धर्म की रक्षा, धर्मांतरण पर रोकथाम, और मंदिरों के सुचारू प्रबंधन को सुनिश्चित किया जा सके। उनका मानना है कि इस बोर्ड के गठन से सनातन धर्म को संरक्षित करने और उसकी परंपराओं को बनाए रखने में बड़ी मदद मिलेगी।