नई दिल्ली, । कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ गई हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने वर्ष 2008 के गुरुग्राम भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में बड़ी कार्रवाई करते हुए 43 संपत्तियों को कुर्क किया है। इसके साथ ही ईडी ने दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में चार्जशीट भी दाखिल कर दी है।
क्या है मामला?
यह मामला वर्ष 2008 में गुरुग्राम में की गई एक संदिग्ध भूमि खरीद फरोख्त से जुड़ा है, जिसमें आरोप है कि रॉबर्ट वाड्रा और उनसे जुड़ी कंपनियों ने बेनामी सौदों और फ्रंट कंपनियों के माध्यम से जमीनें खरीदीं, जिनका स्रोत संदिग्ध था।
ईडी के अनुसार, इन सौदों में बड़ी मात्रा में अवैध लेन-देन हुआ, जो प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के दायरे में आता है।
कुर्क की गई संपत्तियाँ
ईडी ने बताया कि कुर्क की गई 43 संपत्तियों में से कई दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा और राजस्थान में स्थित हैं। इनमें:
आवासीय फ्लैट
कमर्शियल संपत्तियाँ
कृषि भूमि
और कुछ बेनामी संपत्तियाँ शामिल हैं।
इन सभी की कुल बाजार कीमत करीब 100 करोड़ रुपये से अधिक आंकी जा रही है।
चार्जशीट में क्या कहा गया है?
ईडी की ओर से दाखिल की गई चार्जशीट में रॉबर्ट वाड्रा के अलावा स्काई लाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड और उसके कुछ निदेशकों के नाम भी शामिल हैं। जांच एजेंसी का आरोप है कि इस कंपनी का उपयोग करके अवैध रूप से संपत्ति अर्जित की गई।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप शुरू
इस कार्रवाई के बाद कांग्रेस ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया है। पार्टी प्रवक्ताओं ने कहा कि मोदी सरकार विपक्षी नेताओं को डराने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। वहीं भाजपा नेताओं ने कहा कि “कानून सबके लिए बराबर है, चाहे वह किसी भी परिवार से क्यों न हो।”
रॉबर्ट वाड्रा की मुश्किलें बढ़ीं: ईडी ने 43 संपत्तियाँ की कुर्क, गुरुग्राम जमीन सौदे में बड़ा एक्शन
