लाल किला ब्लास्ट को आतंकी हमला घोषित, दिल्ली पुलिस ने UAPA की धाराएं लगाईं, सुरक्षा एजेंसियों पर उठे सवाल

नई दिल्ली । राजधानी दिल्ली में हुए लाल किला ब्लास्ट को अब आधिकारिक रूप से आतंकी हमला घोषित कर दिया गया है। दिल्ली पुलिस ने मामले में दर्ज एफआईआर में यूएपीए (UAPA) की धारा 16 और 18 के साथ-साथ Explosive Substances Act की धारा 3 और 4, तथा हत्या और हत्या के प्रयास से जुड़ी धाराएं जोड़ी हैं। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि यह हमला किसी सामान्य आपराधिक घटना का नहीं, बल्कि पूर्व नियोजित आतंकवादी साजिश का हिस्सा था।
इस घटना ने देश की सुरक्षा एजेंसियों और इंटेलिजेंस सिस्टम की सक्रियता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। केंद्र और राज्य—दोनों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार होने के बावजूद, 15 वर्षों से शांत दिल्ली में लाल किले जैसा ऐतिहासिक स्थल आतंकी निशाने पर कैसे आया, यह जांच का सबसे बड़ा विषय बन गया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस हमले से यह संकेत मिलता है कि इंटेलिजेंस एजेंसियों की निगरानी व्यवस्था में चूक हुई है। सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या अब देश की इंटेलिजेंस केवल आंतरिक मामलों तक सीमित रह गई है, क्योंकि इतनी बड़ी आतंकी साजिश की भनक तक न लगना राष्ट्रीय सुरक्षा व्यवस्था की विफलता दर्शाता है।



