नई दिल्ली । नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने आज घोषणा की कि वह NEET परीक्षा मामले में माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पूर्णतः पालन करेगी। अदालत के आदेशानुसार, 1563 छात्रों के लिए परीक्षा का पुनरायोजन किया जाएगा।
अब तक NEET परीक्षा में किसी भी प्रकार की धांधली या पेपर लीक के सबूत नहीं मिले हैं। सभी संबंधित तथ्य अदालत के समक्ष हैं और विचाराधीन हैं। इस वर्ष, केंद्र सरकार ने Public Examination (Prevention of Unfair Means) Act पारित किया है, जिसमें परीक्षा में नक़ल और अन्य अनुचित साधनों को रोकने के लिए कड़े प्रावधान शामिल हैं।
केंद्र सरकार ने जोर दिया है कि छात्रों के भविष्य को राजनीतिक खेल का हिस्सा नहीं बनाया जाना चाहिए। NEET की काउंसलिंग प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने वाली है, और इसे राजनीतिक आखेट का विषय बनाना अनुचित है। विपक्ष पर आरोप है कि वह इस संवेदनशील मुद्दे पर बिना तथ्यों की जांच किए झूठ फैला रहा है।
केंद्र सरकार का उद्देश्य हमेशा छात्रों के उज्ज्वल भविष्य को सुनिश्चित करना रहा है, और वह इस दिशा में निरंतर प्रयासरत है।
NEET परीक्षा की पुनर्परीक्षा: NTA ने सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन करने का किया संकल्प
