प्रज्वल की मां पर अपहरण का आरोप: SIT का बयान

कर्नाटक हाई कोर्ट में एक सुनवाई के दौरान विशेष जांच टीम (SIT) ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। SIT के मुताबिक, प्रज्वल की मां पीड़िताओं के अपहरण की मास्टरमाइंड हैं। उनका उद्देश्य था कि पीड़िताएं प्रज्वल के खिलाफ शिकायत दर्ज न करा सकें।

हाई कोर्ट ने प्रज्वल की अग्रिम जमानत याचिका पर अपना आदेश सुरक्षित रख लिया है। इस मामले ने सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा बटोरी है।

**सोशल मीडिया की प्रतिक्रियाएं**

चरणजीत सिंह ने एक्स हैंडल पर लिखा, “प्रज्वल रावन्ना कांड तो किसी फिल्मी कहानी जैसा लगता है। पूरा परिवार मिलकर अपहरण, बलात्कार और हत्या जैसे गंभीर अपराधों को अंजाम दे रहा है। यह कहीं ह्यूमन ट्रैफिकिंग का अंतरराष्ट्रीय मामला तो नहीं है? इस पर CBI जांच होनी चाहिए।”

रामावतार मीना ने कहा, “पूरा खानदान ही महिला विरोधी और बलात्कारी मानसिकता का प्रतीक है। कम से कम एक महिला से तो महिला सम्मान की उम्मीद की जाती है, लेकिन यह शर्मनाक है।”

सुनीत कनोजिया ने कहा, “ऐसी औरत और ऐसी मां का होना ही बेकार है।”

सहदेव प्रसाद ने लिखा, “दूसरा आशाराम परिवार। भगवान, कैसी-कैसी रचनाएं की हैं। पूरी बेल ही नशीली है।”

ओपी शेखावत ने टिप्पणी की, “मां के नाम को कलंकित करने वाली ऐसी औरत को सरेबाजार फांसी दी जानी चाहिए।”

नीति नामक युवती ने लिखा, “लगता है पूरा खानदान ही हिरामंडी से उठा आया है।”

यह मामला कर्नाटक में सुर्खियों में बना हुआ है और लोगों में आक्रोश है। इस घटना ने समाज में महिलाओं की सुरक्षा और न्याय प्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

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