उत्तराखंड में हुई अंजेल की हत्या के मामले ने देशभर में आक्रोश पैदा कर दिया है। इस घटना को लेकर अब नॉर्थ ईस्ट से भी तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। टिपरा स्वदेशी छात्र संघ के अध्यक्ष सजरा देबबर्मा ने केंद्र सरकार को सीधे निशाने पर लेते हुए भावुक और कड़े शब्दों में अपना गुस्सा जाहिर किया है।
सजरा देबबर्मा का तीखा बयान
अंजेल हत्याकांड पर प्रतिक्रिया देते हुए सजरा देबबर्मा ने कहा ki मैं सीधा केंद्र की सरकार को कहना चाहता हूँ कि अगर आप उत्तर पूर्व के लोगों को मान-सम्मान नहीं दे सकते, नॉर्थ ईस्ट के लोगों को प्यार नहीं दे सकते, नॉर्थ ईस्ट के लोगों की केयर नहीं कर सकते, तो हमें अलग देश ही दे दीजिए। हम लोग अपना टेक केयर खुद ही कर लेंगे। उनके इस बयान को नॉर्थ ईस्ट में बढ़ती असुरक्षा की भावना और लगातार सामने आ रहे अपराधों के प्रति गहरे आक्रोश के रूप में देखा जा रहा है।
नॉर्थ ईस्ट की सुरक्षा और सम्मान का मुद्दा
सजरा देबबर्मा का कहना है कि देश के अलग-अलग हिस्सों में रह रहे उत्तर पूर्व के नागरिकों के साथ भेदभाव, हिंसा और उपेक्षा की घटनाएं बार-बार सामने आती रही हैं। अंजेल की हत्या को उन्होंने इसी श्रृंखला की एक गंभीर कड़ी बताया, जो यह सवाल खड़ा करती है कि क्या नॉर्थ ईस्ट के लोगों की सुरक्षा को लेकर सरकारें पर्याप्त संवेदनशील हैं।
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया तेज
इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर भी बहस तेज हो गई है। कई लोग इसे हताशा और दर्द से निकली आवाज़ बता रहे हैं। वहीं कुछ इसे केंद्र सरकार पर दबाव बनाने वाला राजनीतिक बयान मान रहे हैं। हालांकि अभी तक केंद्र सरकार या उत्तराखंड सरकार की ओर से इस बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
न्याय की मांग
नॉर्थ ईस्ट के छात्र संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अंजेल हत्याकांड में तेज़ और निष्पक्ष जांच, दोषियों को कड़ी सज़ा और देशभर में नॉर्थ ईस्ट के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है।
निष्कर्ष:
उत्तराखंड की अंजेल हत्या सिर्फ एक आपराधिक मामला नहीं रह गया है, बल्कि यह अब नॉर्थ ईस्ट के सम्मान, सुरक्षा और संवेदनशीलता से जुड़ा राष्ट्रीय मुद्दा बनता जा रहा है। सजरा देबबर्मा का बयान इसी बढ़ते असंतोष और पीड़ा की स्पष्ट अभिव्यक्ति माना जा रहा है।
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