भोपाल में बैंक कर्मचारियों ने किया प्रभावी प्रदर्शन, सरकार को 10 दिसंबर तक अल्टीमेटम
भोपाल, । ऑल इंडिया बैंक एम्प्लाईज एसोसिएशन (AIBEA) के आह्वान पर सोमवार को देशभर में निजी क्षेत्र के बैंक कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। इसी क्रम में राजधानी भोपाल में मध्यप्रदेश बैंक एम्प्लाईज एसोसिएशन की स्थानीय इकाई द्वारा शिवाजी नगर स्थित कर्नाटका बैंक शाखा के सामने सैकड़ों बैंक कर्मचारियों ने रैली और सभा का आयोजन किया।
प्रदर्शन में शामिल बैंक कर्मियों ने मांग की कि सभी निजी बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया जाए, क्लर्क एवं सब-स्टाफ की नियमित भर्ती की जाए, तथा फेडरल बैंक में कर्मचारियों के उत्पीड़न को रोका जाए। इसके साथ ही उन्होंने सीएसबी बैंक में लंबित वेतन संशोधन, पेंशनभोगियों को एक्सग्रेशिया राशि, नैनीताल बैंक को न बेचने बल्कि बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय करने, और तमिलनाडु मर्केंटाइल बैंक में सेवानिवृत्ति आयु 60 वर्ष तक बढ़ाने की मांग की।
सभा को वी.के. शर्मा, दीपक रत्न शर्मा, जे.पी. झवर, गुणशेखरन, देवेंद्र खरे, विशाल धमेजा, एस.के. घोटनकर, महेंद्र गुप्ता, रीता धाकड़, जितेंद्र चोइथानी, विवेक मालवीय सहित कई वरिष्ठ बैंक कर्मचारी नेताओं ने संबोधित किया। वक्ताओं ने कहा कि निजी क्षेत्र के बैंक लगातार विस्तार कर रहे हैं, लेकिन भर्ती न होने से कर्मचारियों पर कार्यभार बढ़ गया है और ग्राहक सेवा प्रभावित हो रही है।
नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने उनकी मांगों पर शीघ्र निर्णय नहीं लिया तो 10 दिसंबर 2025 को नई दिल्ली में संसद के सामने धरना और जनवरी 2026 में राष्ट्रव्यापी हड़ताल की जाएगी। इस प्रदर्शन में राजधानी की विभिन्न बैंकों के सैकड़ों कर्मचारी शामिल हुए, जिन्होंने नारेबाजी करते हुए “राष्ट्रीयकरण करो निजी बैंकों का, बढ़ाओ भर्ती और दो हक हमारा” जैसे नारों से माहौल गूंजा दिया।
निजी बैंकों के राष्ट्रीयकरण और वेतन संशोधन की मांग पर बैंक कर्मियों का देशव्यापी प्रदर्शन
