भारतीय रेलवे की बड़ी उपलब्धियां: 12,000 कोच, 13,000 विशेष ट्रेनें और पारदर्शी भर्ती प्रक्रियाएं – रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का संसद में संबोधन

नई दिल्ली। केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने आज संसद में भारतीय रेलवे की महत्त्वपूर्ण उपलब्धियों और योजनाओं पर चर्चा की। उन्होंने यात्रियों की सुविधाओं को बढ़ाने, परिचालन कुशलता सुधारने और भर्ती प्रक्रियाओं को पारदर्शी बनाने के लिए उठाए गए कदमों को साझा किया।

12,000 सामान्य कोच: अनारक्षित यात्रियों के लिए विशेष पहल

रेल मंत्री ने जानकारी दी कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों और अनारक्षित यात्रियों के लिए 12,000 सामान्य कोच तैयार किए जा रहे हैं। इनमें से 900 कोच पहले ही रेलवे में शामिल किए जा चुके हैं। यह पहल उन यात्रियों की सुविधा बढ़ाने के लिए की गई है, जिनकी यात्रा अनारक्षित श्रेणी में होती है।

महाकुंभ 2025: 13,000 विशेष ट्रेनों की योजना

आगामी महाकुंभ मेले को ध्यान में रखते हुए, भारतीय रेलवे ने 13,000 विशेष ट्रेनों की योजना बनाई है। इसका उद्देश्य श्रद्धालुओं को सुगम और कुशल यात्रा सुविधा प्रदान करना है। इसके साथ ही, रेलवे ने त्योहारी सीजन में 7,900 विशेष ट्रेनों के माध्यम से 1.8 करोड़ यात्रियों को सफर कराया, जो रेलवे की बेहतर प्रबंधन क्षमता को दर्शाता है।

वंदे भारत और अमृत भारत ट्रेनों का विस्तार

मंत्री ने वंदे भारत ट्रेन की तकनीक पर आधारित गैर-एसी श्रेणी की अमृत भारत ट्रेन की शुरुआत की घोषणा की। ये ट्रेनें झटकेरहित और आरामदायक सफर के लिए डिज़ाइन की गई हैं। अब तक 10 अमृत भारत ट्रेनों का संचालन हो चुका है और 50 और ट्रेनों की योजना बनाई जा रही है।

“नमो भारत” ट्रेन: शहरी यात्राओं के लिए नई सुविधा

कम दूरी की यात्रा के लिए रेलवे ने “नमो भारत” ट्रेन की शुरुआत की है। ये ट्रेनें भारतीय मध्यम वर्ग को उच्च आवृत्ति वाली शटल सेवाओं का अनुभव प्रदान करेंगी। इन ट्रेनों का उद्देश्य शहरी और उपनगरीय यात्रियों को बेहतर परिवहन सुविधा देना है।

पारदर्शी और निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया

रेल मंत्री ने बताया कि रेलवे ने अब तक 1.26 करोड़ अभ्यर्थियों की भर्ती प्रक्रिया पूरी की है। इस दौरान कोई पेपर लीक नहीं हुआ, जो भर्ती प्रक्रियाओं में रेलवे की पारदर्शिता और निष्पक्षता को दर्शाता है। 1.30 लाख युवाओं को रोजगार प्रदान किया गया है। साथ ही, 58,642 पदों के लिए प्रक्रिया जारी है।

सुरक्षा और संरचना में सुधार

पिछले एक दशक में रेलवे ने 12,000 फ्लाईओवर और अंडरपास बनाए, जिससे मानवरहित लेवल क्रॉसिंग को समाप्त कर दिया गया। इसने ट्रेनों की सुरक्षा और संचालन क्षमता में उल्लेखनीय सुधार किया है।

निष्कर्ष

भारतीय रेलवे लगातार अपने बुनियादी ढांचे, सेवाओं और यात्रियों की सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए कार्यरत है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा साझा की गई ये उपलब्धियां रेलवे की प्रतिबद्धता को स्पष्ट रूप से दर्शाती हैं।

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